Bagaha : पिछले एक महीने से बिहार के बगहा में आदमखोर बाघ के आतंक का अंत हो गया है. वन विभाग के कर्मियों ने नरभक्षी बाघ को मार गिराया है. गन्ने के खेत में घिर चुके बाघ को वनकर्मियों ने 4 गोलियां मारी. चार गोली खाकर बाघ वहीं ढेर हो गया. वन विभाग और विशेषज्ञों की टीम इस कार्य में लगी हुई थी. पिछले तीन दिन से लगातार इंसानों को अपना शिकार बना रहा था. गुरुवार को एक लड़की को मारा था. जबकि शुक्रवार को एक युवक को अपना शिकार बनाया था, तो वहीं इसके कुछ घंटे बाद मां-बेटे पर हमला कर मार डाला. इस तरह बाघ ने एक महीने के भीतर 10 लोगों को अपना शिकार बनाया था.
बगहा में बाघ के खौफ का अंत
लगातार कई लोगों को अपना शिकार बना चुके आदमखोर बाघ को मारने का आदेश जारी किया गया था. बिहार के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन पीके गुप्ता ने बाघ को मारने का आदेश जारी किया था. जिसके बाद टीम ने पहले उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन बाघ के खतरनाक रुख को देखते हुए उसे गोली मारनी पड़ी. इलाके में बढ़ते गुस्से को देखते हुए यह आदेश जारी किया गया था.
बाघ को देखते ही गोली मारने का था आदेश
सरकार ने आदमखोर बन चुके इस बाघ को देखती ही गोली मारने का आदेश दे दिया था. वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक नेशामणि के ने बताया कि बाघ के रेस्क्यू के लिए हैदराबाद, पटना से आई टीम पहले से तैनात थी. बाघ को मारने के लिए पुलिस के शार्प शूटर की भी मदद ली गई. बाघ पर काबू पाने के लिए करीब 25 दिन से वन विभाग की टीम प्रयास कर रही थी. बाघ ने शनिवार को फिर से दो लोगों (मां और पुत्र) को अपना निशाना बनाया है. पिछले तीन दिनों में इस आदमखोर बाघ ने चार लोगों को मार डाला था.
बाघ ने अब तक 10 लोगों का किया था शिकार
शुक्रवार को गोवर्धना थाना इलाके के बलुआ गांव में बाघ ने मां-बेटे पर हमला कर दिया. इस हमले में दोनों की मौत हो गई. बताया जाता है कि महिला अपने पुत्र को लेकर खेत में घास लेने गई थी कि बाघ ने दोनों पर हमला कर दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई. आदमखोर बाघ ने शुक्रवार को डुमरी गांव में संजय यादव को मार दिया था. बुधवार की रात सोए अवस्था में एक बच्ची को निशाना बनाया था. पिछले एक महीने में बाघ ने 10लोगों का शिकार किया था.
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