रांची : कोरोना काल के कारण काफी लंबे से बंद पार्कों को सरकार ने खोलने का फैसला लिया है. 1 जुलाई से पूरे राज्य के पार्क आम आदमी के लिए खोल दिये गये है. एक बार फिर भगवान बिरसा जैविक उद्यान की सफाई के बाद शुक्रवार को सैलानियों के लिए खोल दिया गया है. सैलानी जू में आ सकेंगे और जानवारों को देख सकेंगे.
जू के खुलते ही आम लोग पहुंचने लगे. जिनका स्वागत फूल का गुलदस्ता देकर किया जा रहा है. जिसको लेकर सैलानियों में काफी ख़ुशी देखी गई.
बैटरी चालक गाड़ी, साइकिल की निशुल्क व्यवस्था की गई है
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर जब आयी थी तो सरकार ने सभी पार्कों को बंद कर दिया था. जिस कारण बिरसा जैविक उद्यान भी 7 अप्रैल से बंद पड़ा हुआ था. जानवरों की सुरक्षा को देखते हुए उद्यान प्रबंधक ने सैलानियों से अपील की है कि सरकार द्वारा दिए गए कोरोना गाइडलाइन का पालन करें. चिड़िया घर घूमने आने वालों लोग मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने की अपील किया गया है ताकि कोरोना की चैन को तोड़ा जा सके और चिड़ियाघर को पूरी तरह से कोरोना मुक्त बनाया जा सके.
प्रबंधक ने बताया कि सैलानियों के लिए बैटरी चालक गाड़ी को निशुल्क साइकिल की व्यवस्था की गई है. जिसका आनंद सैलानी ले सकते है. अभियान का सिनेमा थिएटर व नोक बिहार बंद रहेगा. बिरसा जैविक उद्यान में जन्मे बाघ के तीन बच्चों कृष्णा कावेरी और ताप्ती का भी सामने से सैलानी आनंद ले सकते है.
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दुकानदारों में देखी जा रही खुशी
प्रबंधन ने बताया कि बिरसा जैविक उद्यान के मेन गेट में सैलानियों का थर्मल स्कैनिंग किया जा रहा है, सैनिटाइजर की व्यवस्था किया गया है. लंबे समय से उद्यान बंद होने के कारण बाहर लगाने वाले दुकानदार भी बेरोजगार हो गये थे. दुबारा से खुलने के कारण एक बार फिर दुकानदार को रोजी रोटी का साधन मिल गया है. जिसके कारण उनके चेहरे में खुशी देखी जा रही है.
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