Punjab : किसानों द्वारा किये जा रहे आंदोलन को लेकर पंजाब बीजेपी प्रवक्ता हरमिंदर सिंह ने विवादित बयान दिया हैं. हरमिंदर सिंह ने एक न्यूज चैनल में कहा कि किसानों को पीटना ही उनसे निपटने का एकमात्र उपाय है. पीएम मोदी किसानों के साथ मानवता से पेश आ रहे हैं. गौरतलब है कि किसान पिछले कई माह से आंदोलन कर रहे है. केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे है.
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किसानों की मांग जायज नहीं है
वहीं तीनों कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार का कहना है कि किसानों की मांग जायज नहीं है. तीनों कानून वापस नहीं लिये जा सकते है. अगर किसान चाहते हैं तो उनमें संशोधन किया जा सकता है. बता दें कि आंदोलन शुरू होने से लेकर अबतक कई बार किसानों और केंद्र सरकार के बीच बात हो चुकी है. लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आ पाया है. किसान लगभग 10 माह से दिल्ली के बॉर्डरों पर प्रदर्शन कर रहे है.
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आंदोलन से सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान
वहीं किसान आंदोलन को लेकर पंजाब सरकार ने कहा कि आंदोलन से सबसे ज्यादा किसानों को ही नुकसान हो रहा है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगे कहा कि कि प्रदेश सरकार ने हमेशा किसानों का साथ दिया है. लेकिन आंदोलन को लेकर पंजाब में धरने का कोई ओचित्य नहीं है.
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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने किसान आंदोलन की मांगी रिपोर्ट
बता दें कि किसान आंदोलन में रेलवे से लेकर सड़क तक जाम किया गया है. जिसे आम लोगों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों ने आने वाले 27 सितंबर को भी भारत बंद का ऐलान किया है. किसानों द्वारा किये जा रहे सड़क जाम को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने केंद्र सरकार से किसान आंदोलन पर रिपोर्ट मांगा है. यह रिपोर्ट दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई और राज्यों की सरकारों को नोटिस जारी कर के भी मांगी गई है .
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