Ranchi: रिम्स में इलाजरत ब्लैक फंगस संक्रमित मरीज उषा देवी की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. महिला की मौत के बाद रिम्स में वज्र वाहन को तैनात करना पड़ा. स्थानीय थाने की पूरी टीम थाना प्रभारी के नेतृत्व में रिम्स पहुंची थी. हालांकि परिजन धीरज और धैर्य के साथ शांतिपूर्ण तरीके से शव को अंतिम संस्कार के लिए हरमू मुक्तिधाम ले गए. लेकिन उनका गुस्सा इलाज में हुए लापरवाही को लेकर है.
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रिम्स निदेशक समेत अन्य लोगों पर किया एफआईआर
मृतक के बेटे गौरव गुप्ता ने बरियातु थाना में एफआईआर किया है. गौरव ने रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, चिकित्सा अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप, डॉ संजय कुमार, ईएनटी विभाग की एचओडी डॉ सीके बिरुआ, डॉ मनीष, डॉ आयुष, आलोक, प्रिया, राकेश चौधरी समेत अन्य लोगों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हत्या का केस दर्ज करने का मांग करते हुए प्राथमिकी दायर करायी है.
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हाईकोर्ट के संज्ञान के बाद 8 जुलाई को हुआ था ऑपरेशन
इलाज में लापरवाही से त्रस्त परिजनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. कोर्ट की फटकार का बाद 8 जुलाई को संक्रमित उषा का ऑपरेशन किया गया. लेकिन स्थिति नाजुक होते चली गयी और आज रिम्स में मौत हो गयी.