Lagatar Desk : कोरोना की दूसरी लहर में भारत सरकार की विश्वभर में हो रही आलोचना के बीच अब यह नया मामला भी देश की साख पर बट्टा लगा सकता है. ब्रिटिश ऑयल एंड गैस कंपनी केयर्न एनर्जी ने अमेरिकी कोर्ट में एयर इंडिया के खिलाफ केस दर्ज किया है. केयर्न की तरफ से न्यूयॉर्क के सदर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में केस दर्ज किया गया है. यह मामला 1.2 अरब डॉलर के टैक्स विवाद में भारत सरकार के खिलाफ उसकी जीत को लेकर है. पिछले सप्ताह सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को कहा था कि वे अपने विदेशी करेंसी अकाउंट्स से पैसे निकाल लें. केंद्र को इस बात का डर पहले से सता रहा था कि आर्बिट्रेशन के फैसले के बाद केयर्न इन बैंकों का कैश सीज कर सकता है और अब वित्त मंत्रालय का डर सच होने जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केयर्न एनर्जी सरकार पर जल्द से जल्द पेमेंट का दबाव बनाने के लिए ऐसे हथकंडे कर रही है. दायर केस में कंपनी की तरफ से मांग की गई है कि नेशनल एयर कैरियर एयर इंडिया को इस मामले में उत्तरदायी बनाया जाए. दिसंबर 2020 में आर्बिट्रेशन कोर्ट ने केयर्न एनर्जी के पक्ष में फैसला सुनाया था और भारत सरकार को उसे 1.2 अरब डॉलर लौटाने को कहा था.
शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया है
केयर्न की तरफ से शुक्रवार 14 मई को अमेरिकी कोर्ट में एयर इंडिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल इस कार्रवाई को लेकर एयर इंडिया या फिर भारत सरकार की तरफ से एजेंसी के सवालों पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. इससे पहले फरवरी 2021 में भी केयर्न की तरफ से भारत सरकार से वसूली को लेकर अमेरिकी कोर्ट में मामला दर्ज किया गया था. इसमें कंपनी ने 2014 से सेमी एनुअली आधार पर कम्पाउंड इंट्रेस्ट के हिसाब से सरकार से पैसे रिटर्न करने की मांग की है.