Asansol/Puruliya : पुरुलिया में लाला के कई ठिकानों पर दिल्ली सीबीआई और आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की है. छापेमारी गणेश चंद्र एवेन्यू स्थित कार्यालय, इस्पात दामोदर कंपनी और शेक्सपियर सारणी में भी की गयी. कोयले के अवैध कारोबार के मामले में बर्नपुर के न्यूटाउन स्थित बड़तोड़िया में छापेमारी की गई. बताया जाता है कि लाला के ट्रांसपोर्टर के आवास पर यह छापेमारी की गयी है. जिसके बाद से कोयला कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि बुधवार की देर रात को ही लाला के ठिकानों पर धनबाद और बंगाल पुलिस ने छापेमारी की थी.
धनबाद में 25 ट्रक मालिकों और चालकों पर दर्ज हैं मामले
गौरतलब है कि झारखंड के धनबाद जिले में जीटी रोड पर निरसा और गोविंदपुर इलाके से पकड़े गए अवैध कोयला लदे ट्रकों के मालिकों और चालकों सहित 25 नामजद के खिलाफ थानों में प्राथमिकी दर्ज हैं. इसमें लाला और अल्लारखा सहित अल्लारखा के मुंशी हुसैन, ट्रक लोडिंग कराने वाला छोटू और राजा को नामजद आरोपी बनाया गया है. इस मामले में अज्ञात को भी आरोपी बनाया गया है.
राजनीतिक गलियारों में चलता है लाला का सिक्का
मंगलवार को कोरोना जांच के बाद सभी ट्रक के चालकों को पुलिस ने जेल भेज दिया था. कोयला तस्करी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. टीम ने ट्रकों को दबोच कर अच्छा काम किया है. अवैध कोयला के धंधे में शामिल हर आदमी सलाखों के पीछे होगा. एसएसपी, धनबाद असीम विक्रांत मिंज का कहना है की झारखंड पुलिस ने लाला पर शिकंजा कसा है. पुलिस विभाग से लेकर दोनों राज्यों की राजनीतिक गलियारों में भी लाला की सेटिंग का सिक्का माना जाता रहा है. बंगाल में लाला से पहले झा का वर्चस्व था. लाला ने पिछले कुछ वर्षों में झा के सिंडिकेट को तोड़ कर अपना साम्राज्य कायम किया था. फिलहाल लाला के सिंडिकेट में अल्लारखा, जगदीश, रानीगंज के नारायण और दुर्गापुर का असगर, परबलिया का मेजु और मैथन के योगेंद्र शामिल हैं. इसके अलावा बंगाल के कई और लोग लाला के साथ काम करते हैं. बंगाल में कोयला खपाने के बाद जो कोयला बचता है उसे बिहार और यूपी भेजा जाता है. डिस्को पेपर पर जीटी रोड होकर पासिंग का खेल पुराना रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय से बड़े पैमाने पर खेल नहीं हो रहा था. छिटपुट ट्रकों को पास कराने के बाद धंधेबाजों का मनोबल बढ़ा और एक नवंबर की रात अंधाधुंध कोयले की खेप धनबाद के बार्डर में घुस गई.
एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने टीम बनाकर की कार्रवाई
बताया जा रहा है कि कुछ ट्रक बेरोकटोक निकल गए तो किसी ने इसकी सूचना एसएसपी असीम विक्रांत मिंज को दे दी. उन्होंने आनन-फानन में टीम बना कर कार्रवाई कराई. इससे पहले यह बात फैलाई गई थी कि एक नवंबर से कोयला पासिंग की छूट दे गई है. हर स्तर पर सेटिंग हो गई है. बिहार-यूपी के ईंट भट्ठों में खपता है बंगाल का स्टीम कोयला बताया जा रहा है कि बंगाल के विभिन्न स्थानों से कोयले को उत्तर प्रदेश के मोहनिया, सासाराम, मुगलसराय और बनारस के कोयला मंडियों में भेजा जाता है। बंगाल से निकलने वाले स्टीम कोयले को अच्छे कीमत पर बिहार और उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठों में बेचा जाता है. पुलिस जांच में पता चला है कि कोयले की सारी सेटिंग पैड के आधार पर होती है. बंगाल में पैड की कीमत एक लाख तीन हजार रुपए तय है जबकि झारखंड में पैड की कीमत एक लाख 33 हजार रुपए है. पैड की कीमत से लेकर बंगाल, बिहार और झारखंड के जिलों में पुलिस की सेटिंग का काम लाला के ही जिम्मे है.