Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिम सिंहभूम में निजी बस संचालक इन दिनों काफी मनमानी पर उतर आए है. नियम का उल्लंघन खुलेआम कर रहे है. अधिकतर बस मालिक को नोटिस दी जा रही है लेकिन विभाग की मिलीभगत से नोटिस को दबा दिया जाता है. जिस रूट में बस का परमिट होता है उस रूट में नहीं चलाकर दूसरे रूट में बस मालिक द्वारा बस को चलाया जा रहा है. इसके कारण दुर्घटना हो रही है. यात्रियों की जान की कीमत तक बस मालिक नहीं समझ रहे है. इधर, आरटीओ ने चुनमुन बस के मालिक को पूरी छूट दे रखी है. बीते दिनों चक्रधरपुर क्षेत्र में हुई दुर्घटना के बावजूद भी प्रशासन गंभीर नहीं दिख रही है. इस दुर्घटना में एक पारा शिक्षक की मौत तक हो चुकी है. मालूम हो कि जिले में चुनमुन बस मालिक का लगभग दर्जनों की संख्या में बस संचालित हो रहा है. यह बस झारखंड के विभिन्न क्षेत्र में यात्रियों को लेकर दौड़ रही है. प्रशासन यदि अब भी इन बसों की फिटनेस व रूंट चार्ट जांच नहीं करती है तो आने वाले दिनों में बड़ी घटना घट सकती है.
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बस ऑपरेटरों में कोई भय नहीं
जिले में नेशनल हाईवे से लेकर स्टेट हाईवे, शहरो, कस्बों और गांवों तक पहुंच मार्गों पर दर्जनों यात्री बसें चल रही हैं. जिनमें से अधिकांश बसें खटारा और बगैर परमिट की चलाई जा रही है. दलालों के माध्यम से फर्जी तरीके से फिटनेस प्रमाण पत्र हासिल कर कई खटारा बसें चलाई जा रही है. किसी की कांच टूटी हुई हैं, तो किसी की खिड़कियां टूटी हैं. इसे देखकर लगता कि जिला परिवहन विभाग का बस ऑपरेटरों में कोई भय नहीं है.
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बस संचालकों की मनमानी
प्रमुख मार्गों से चलने वाली स्लीपर बसों में एक ही गेट लगा होता है. सुविधाजनक सीटें न होने पर भी मनमाना किराया वसूलना, बस स्टाफ द्वारा बस ऑपरेटर व स्टाफ द्वारा यात्रियों के साथ बदसलूकी करने आदि की शिकायतें मिलती रहती हैं.
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इमरजेंसी गेट के फायदे
पहले सभी बसों में इमरजेंसी गेट लगे होते थे, लेकिन धीरे-धीरे परिवहन विभाग की निष्क्रियता और शासन की अनदेखी के चलते अधिकांश बसों में इनका उपयोग ही बंद हो गया है. जबकि इमरजेंसी गेट से दुर्घटना के समय यात्री बस से सुरक्षित बाहर निकलने सकते हैं.
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नियमित रूप से फिटनेस व रूट की जांच करें विभाग – डीसी
पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने इस संबंध में कहा कि जिले में नियम के मुताबिक बस चले इसको लेकर फिटनेस जांच की जाएगी. विभाग नियमित रूप से फिटनेस व रूट चार्ट की जांच करें. यात्री की सुविधा महत्वपूर्ण है. नियम का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कर्रवाई की जायेगी. मृतक पारा शिक्षक के भाई लक्ष्मी नारायण जामुदा ने कहा कि जिले में चुनमुन बस गलत रूट में चला रहा है. जिसके कारण मेरे भाई की मौत हो गयी. यदि उसका रूट सही होता तो उस वक्त यह बस नहीं आता है. परिवहन विभाग की लापरवाही से आज मेरा भाई इस दुनिया में नहीं है. बस मालिक पर उचित कर्रवाई की जाये. इसके अलावा पूरे जिले में संचालित बसों की फिटनेस व रूट चार्ट को जांच करें.
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