Kiriburu (Shailesh Singh) : चाईबासा पुलिस व सीआरपीएफ ने भाकपा माओवादी नक्सलियों के खिलाफ विशेष सर्च अभियान चलाकर सोनुवा थानान्तर्गत ग्राम केराबीर एवं टेंडरसाई के आस-पास जंगली / पहाड़ी क्षेत्र से 27 हजार रूपये एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामान बरामद किया गया. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधि के लिए भ्रमणशील है.
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इसके आलोक में चाईबासा पुलिस, कोबरा 209, 203, 205, झारखण्ड जगुआर एवं सीआरपीएफ की 60, 197, 157, 174, 193, 134, 26, 190, 11 हवीं बटालियन की टीमों का एक संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार अभियान संचालित किया जा रहा था. इसी दौरान 18 अप्रैल को उक्त जंगल से नक्सलियों द्वारा छुपा कर रखे गये 27 हजार रुपये नकद, एसएलआर राईफल सिलिंग, मोबाईल, नक्सली पिट्ठू, बैग, लड़ाकू टोपी, वर्दी का कपडा, जंगल जूते, हरा वर्दी, विभिन्न प्रकार के आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयां व अन्य दैनिक उपयोग की सामान बरामद किये गये.
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सुरक्षा, कार्यस्थल और घरेलू पर्यवेक्षकों की सामूहिक जिम्मेदारी : सीजीएम
Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की एचआरडीसी, किरीबुरू और जेजीओएम सुरक्षा विभाग द्वारा ऑफिसर्स क्लब, किरीबुरू में युगल सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय, महिला समिति की अध्यक्ष सुनीता राय, विशिष्ट अतिथि महाप्रबंधक राम सिंह, महाप्रबंधक दीपेन लोहार, स्वागत मित्रा लोहार, महाप्रबंधक सुदीप दास, काकोली दास, सहायक महाप्रबंधक एस. यू. मेद्दा, सहायक महाप्रबंधक रथिन विश्वास सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया.
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यह कार्यक्रम परिवारों में सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने के महत्व को पहचानना एवं युगल सुरक्षा जागरुकता घर से ही शुरू करना था. कार्यक्रम में परिवार के सदस्यों को खनन में संभावित खतरों और उन्हें अपने काम के दौरान पतियों की जिम्मेदारियों के बारे में बताया गया. प्रतिभागियों को खदानों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसके बारे में भी बताया गया और कामकाजी जीवनसाथी की समग्र सुरक्षा व पर जोर दिया गया. परिवार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, प्रशिक्षण में इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे किसी के परिवार के इतिहास को समझना व्यक्तिगत विकास में सकारात्मक रूप से योगदान देता है.
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मार्कस गार्वे की बुद्धि को उद्धृत करते हुए, अपने पिछले इतिहास, मूल और संस्कृति के ज्ञान के बिना लोग जड़ों के बिना पेड़ की तरह हैं. कार्यक्रम में इस बात पर जोर दिया कि कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों की भलाई के लिए एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण बनाना आवश्यक है. कंपनी को अपने कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अपने कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी के लिए स्वीकार किया गया.
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सीजीएम कमलेश राय ने अपने उद्घाटन भाषण में इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा कार्यस्थल और घरेलू पर्यवेक्षकों की सामूहिक जिम्मेदारी है. कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पति-पत्नी का प्रभावी प्रदर्शन आवश्यक है. महाप्रबंधक राम सिंह ने अपने परिवारों की समग्र भलाई के लिए पतियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया. रथिन विश्वास ने कर्मचारियों के सीखने और विकास में सेल की डिजिटल पहलों की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम में किरीबुरू लौह अयस्क खदान कर्मचारियों के कुल 25 जोड़ों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. प्रशिक्षण का संचालन डीसीएमओ डॉ. एस जे कुल्लू, उप महाप्रबंधक अमित कुमार बिस्वास, सहायक महाप्रबंधक एस यू मेद्दा और शालिनी पाराशर द्वारा किया गया. प्रतिभागियों को किरीबुरू लौह अयस्क खदानों का दौरा करने का अवसर भी मिला, जिससे पति-पत्नी को कार्य स्थल का वातावरण का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिला.