Chaibasa : टोन्टो प्रखंड के मुखिया के आवासीय कार्यालय के पास स्थानीय ग्रामीणों में जैविक खाद को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया. जागरुकता अभियान शीतल वाटिका फाउंडेशन की ओर से स्थानीय ग्रामीणों के लिए चलाई गई. ग्रामीणों के बीच जैविक खाद से होने वाले फायदे और रसायनिक खादों के प्रयोग से खेतों को होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया. उन्हें बताया गया कि रासायनिक खाद से खेती करने से भूमि बंजर होना, उर्वरा शक्ति खत्म होना, उपजे हुए फसल में पौष्टिकता की कमी होने आदि के बारे में बताया गया.
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प्रधानमंत्री भी जैविक खेती करने पर दे रहे हैं जोर
जागरूकता अभियान में शीतल वाटिका के प्रखंड कॉर्डिनेटर संजीव महतो और पंचायत कॉर्डिनेटर मार्टोम लागुरी भी उपस्थित थे. मुखिया दीपिका लागुरी ने कहा की सभी पुन: जैविक खेती को अपनाएं क्योंकि पूर्वज लोग जैविक खाद की खेती से 100 साल से ज्यादा उम्र जीते थे परंतु आज हम सभी 50-60 साल में बूढ़े हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी पूरे देश को जैविक खेती करने का आग्रह कर रहे हैं. हम सभी अपने घर में गोबर, पता, झाड़ी को गड्ढा में सड़ा कर खाद तैयार कर सकते हैं और केंचुवा खाद भी तैयार कर खेती कर सकते हैं.
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जैविक खेती से बढ़ती है जमीन की उर्वरा शक्ति
इससे जमीन की उर्वरा शक्ति सालों साल बनी रहेगी और हमारे स्वस्थ्य भी ठीक रहेगा. इस मौके पर जैविक खाद को बढावा देने वाली संस्था शीतल वाटिका के द्वारा किसानों के बीच जैविक किसान कार्ड का वितरण किया गया तथा किसानों को इसके बारे में जानकारी दी गई. उन्हें बताया गया कि इस कार्ड के रहने पर किसानों को संस्था के द्वारा हर स्तर पर सहायता दी जायेगी.
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इस अवसर पर ये लोग हुए शामिल
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मुखिया बाबुराम लागुरी, उपमुखिया मानी हेंब्रम, मुंडा चम्बारा लागुरी, रोजगार सेवक जानूम सिंह लागुरी, वार्ड सदस्य, जय सिंह लागुरी, पनबोती लागुरी, गनोर लागुरी, सांकरी लागुरी, अनीता लागुरी, बिक्रम लागुरी, माइकल लागुरी, सुखराम लागुरी, प्रदीप लागुरी आदि महिला पुरुष उपस्थित थे.