Chhapra : छपरा में जहरीली शराब पीने से अबतक 40 लोगों की मौत हो चुकी हैं. जिसके कारण हाहाकार मच गया है. विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर सीएम को घेरने की कोशिश में लगी हुई है. वहीं 40 लोगों की मौत के बाद उत्पाद विभाग की नींद टूटी है. दरअसल छपरा के मसरख थाने से चोरी की गयी स्प्रिट से शराब बनाने का मामला सामने आ रहा है. उत्पाद विभाग की टीम जांच शुरू कर रही है. उत्पाद विभाग ने बताया कि बिहार के सभी थानों में जब्त शराब की जांच की जायेगी. सभी थानों में जब्त किये गये शराब के सैंपल को लैब भेजे जायेंगे.
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शराब को नष्ट किया जायेगा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक थानों में रखी गयी जब्त शराब को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में नष्ट किया जायेगा. विभाग ने निर्देश देते हुए जल्द इस मामले में जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही है. जिससे ये उम्मीद है कि जहरीली शराबकांड मामले में कई अन्य बड़े खुलासे भी हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक जहरीली शराब कहीं और से नहीं बल्कि थाने से गायब हुई थी. मसरख थाना में उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में कच्चा स्प्रिट जब्त कर उसे नष्ट करने के लिए रखा था. इस स्प्रीट में से भारी मात्रा में से स्प्रिट गायब है. थाने से शराब गायब होने के बाद तीन डीएसपी और 31 पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया है. इस टीम का नेतृत्व एसपी करेंगे. जानकारी के मुताबिक कि इसुआपुर और मशरक थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
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किसी भी कीमत पर शराब बंदी खत्म नहीं करनी चाहिए
वहीं राज्य में हाहाकार मचने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार शाम जनता दल (यूनाइटेड) विधायक दल के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने विधायकों से पूछा, क्या शराब बंदी खत्म करे दें? सभी विधायकों ने एक सुर में कहा कि किसी भी कीमत पर शराब बंदी खत्म नहीं करनी चाहिए. बता दें कि छपरा में शराब से हुई मौत पर बीजेपी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए इस्तीफा देने की बात कही है.
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