- एक विधायक ने कहा- द्रौपदी मुर्मू को समर्थन से संथाल समाज सहित कोल्हान में जेएमएम की बढ़ेगी मजबूती
Ranchi : राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के अंदर जिस ग्रीवांस की बात बीते दिनों विधायक नलिन सोरेन (MLA Nalin Soren) ने की थी, उसे दूर करने की कवायद तेज हो गई है. इसी कवायद के तहत मुख्यमंत्री(CM) आज दिल्ली जा सकते हैं. अपने दिल्ली प्रवास में मुख्यमंत्री केंद्रीय गृह मंत्री(Home Minister) से मुलाकात करेंगे. चर्चा है इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केंद्रीय गृह मंत्री से आदिवासी सरना धर्म कोड सहित केंद्र सरकार के उपक्रमों पर झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया की बात भी कर सकते हैं. पढ़ें – महाराष्ट्र संकट : एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे की जंग सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर, सुनवाई आज, किसके हाथ लगेगी बाजी!
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‘लगातार न्यूज‘ ने जेएमएम विधायक दल की बैठक में उठी’आदिवासी सरना धर्म कोड’ की खबर प्रकाशित की थी.
राष्ट्रपति चुनाव के पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने की बात पिछले दिनों जेएमएम विधायक दल की बैठक के बाद सामने आई थी. पार्टी विधायक नलिन सोरेन ने मीडिया को बताया था कि पार्टी के अंदर कुछ ग्रीवांस है जिसे पहले हम दूर करना चाहते हैं. रविवार को लगातार न्यूज़ ने अपने सूत्रों के हवाले से जेएमएम विधायक दल की बैठक में उठी ‘आदिवासी सरना धर्म कोड’ की खबर प्रकाशित की थी. बैठक में चर्चा हुई थी कि द्रौपदी मुर्मू के झारखंड के राज्यपाल रहते हेमंत सरकार ने विधानसभा के विशेष सत्र बुलाकर आदिवासी सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पास किया था. क्या राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू उसे लागू करने की पहल करेगी.
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द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने से जेएमएम को कोल्हान और संथाल में होगा सीधा फायदा!
चर्चा यह भी है कि जेएमएम के अधिकांश विधायक राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिए जाने के पक्ष में है. ऐसा कर वह झारखंड की राजनीति में आदिवासियों में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहते हैं. जेएमएम के एक विधायक ने नाम नहीं लिखने के शर्त पर बताया है कि द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने के पीछे दो प्रमुख कारण हैं.
पहला – द्रौपदी मुर्मू संथाली आदिवासी हैं. ऐसे में जेएमएम का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन करना संथाल समाज में एक अच्छा मैसेज देगा.
दूसरा – द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा के मयूरभंज के रहने वाली है. अगर जेएमएम उनका समर्थन करता है तो उड़ीसा से सटे कोल्हान क्षेत्र (पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां) में जेएमएम का वोट बैंक मजबूत होगा.
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