Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मेडिको सिटी, रांची की स्थापना को लेकर अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस मौके पर उन्होंने झारखंड मेडिको सिटी की कंसल्टेंसी एजेंसी अर्नेस्ट एंड यंग के प्रेजेंटेशन को देखा और कई अहम निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि रिनपास, रांची की जमीन पर पीपीपी मॉडल पर झारखंड मेडिको सिटी की स्थापना प्रस्तावित है. ऐसे में जमीन का उचित इस्तेमाल हो. निवेशकों को उनकी जरूरत के हिसाब से अस्पताल निर्माण के लिए जमीन दी जाए, इसका विशेष तौर पर ख्याल रखें.
इसे भी पढ़ें : फॉलोअप : पीएलएफआई ने ली प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर हत्याकांड की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मेडिको सिटी परिसर में कॉमन यूटिलिटी सर्विस- बिजली, पेयजल, सड़क, ड्रेनेज और सीवरेज, स्ट्रीट लाइट्स, बायो मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के लिए आधुनिकतम तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए.
कुछ ऐसा होगा प्रस्तावित झारखंड मेडिको सिटी
- रिनपास रांची की लगभग 76. 34 एकड़ जमीन में झारखंड मेडिको सिटी विकसित की जाएगी.
- पीपीपी मोड पर स्थापित होने वाले मेडिको सिटी में लगभग 4 हजार से 5 हजार करोड़ रुपए का निजी निवेश होगा.
- झारखंड मेडिको सिटी में 10 से ज्यादा मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनाए जाएंगे.
- यहां स्थापित होने वाले सभी अस्पतालों में लगभग 5000 बेड की व्यवस्था होगी.
- झारखंड मेडिको सिटी में 7500 से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष और 22,500 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.
- झारखंड मेडिको सिटी के विभिन्न अस्पतालों में 1100 सौ से ज्यादा विशेषज्ञ चिकित्सक और 6500 पारा मेडिकल स्टाफ होंगे.
- यहां से प्रतिवर्ष लगभग तीन हजार करोड़ रुपये का राजस्व सरकार को मिलेगा.
- मेडिको सिटी में पहले चरण में कार्डियोलॉजी, न्यूरोसाइंस, ऑर्थोपेडिक्स, गैस्ट्रोलॉजी, ओपेथोमोलॉजी, पल्मनोलॉजी, मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ केयर, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, नेफ्रोलॉजी तथा यूरोलॉजी से संबंधित मल्टी स्पेशलिटी सर्विस उपलब्ध होगी.
- यहां इमरजेंसी में मरीजों को एयर लिफ्ट करने के लिए हेलीपैड की भी व्यवस्था होगी.
इसे भी पढ़ें : गुमला : सपने को सच मान दादा-दादी को लाठी से मार डाला, फिर थाना जाकर किया सरेंडर