Ranchi : झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम-जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ के बैनर तले अनुबंध पर कार्यरत नर्सों ने नामकुम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेन गेट पर धरना दिया. संघ राज्य सरकार के दोहरे रैवये से आक्रोशित है. अनुबंध कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा कुमारी ने कहा कि जिले के 14 प्रखंडों में अनुबंध पर कार्यरत आधे से भी अधिक नर्सों को पिछले पांच महीने से वेतन नहीं दिया गया है. इससे हम सभी लोगों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि हम सभी लोग सातों दिन ड्यूटी कर रहे हैं बावजूद इसके हमारे साथ विभाग सौतेला व्यवहार अपना रही है.
इसे भी पढ़ें – बोकारो : सेक्टर-4 पुलिस को 10 किमी. दूर एफआईआर भेजने में लगे 40 दिन
कोरोना टीकाकरण समेत अन्य काम प्रभावित
वहीं झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम-जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ की प्रदेश महासचिव वीणा कुमारी ने कहा कि अपनी हक की मांगों को लेकर आज हम सभी लोग नामकुम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में धरने पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि नामकुम क्षेत्र में कोविड टीकाकरण के लिए आठ केंद्र है जहां आज टीकाकरण का काम ठप है. वीणा ने कहा कि मात्र 15,465 रुपए के अल्प मानदेय में पिछले 15 साल से हमलोगों से काम करवाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें – आदित्यपुर : 25 वर्षीय नवविवाहिता ने लगाई फांसी, परिजनों ने एमजीएम अस्पताल पहुंचाया
मानसिक शोषण कर रही है सरकार
वहीं धरने पर बैठी नर्सों ने कहा कि 24 घंटा तीसों दिन काम करवाया जाता है. वैश्विक महामारी में काम करने के बाद भी अपने हक की लड़ाई लड़ाना हमारी मजबूरी है. सभी ने एक स्वर में कहा कि सरकार हमारी मानसिक शोषण कर रही है.
इसे भी पढ़ें – टाटानगर स्टेशन में कोरोना ब्लास्ट : दोपहर 12 बजे तक 120 यात्री मिले पॉजिटिव
संघ की ये है प्रमुख मांगें
- 5 महीने से लंबित मानदेय का अति शीघ्र भुगतान किया जाए
- एक दिवसीय साप्ताहिक अवकाश दिया जाए
- कोविड वैक्सीनेशन वेरिफायर एभीडी लंच का प्रोत्साहन राशि अविलंब दिया जाए
- स्पेशल लीव के लिए आवेदन देने की बाध्यता नहीं हो
- साल में 16 दिन का सीएल आकस्मिक अवकाश मान्य किया जाए
इसे भी पढ़ें – कोरोना काल में स्कूल बंद रहने से विश्व बैंक ने जताई नाराजगी, कहा- शिक्षा की रफ्तार को रोका, 17 लाख करोड़ डॉलर का हुआ नुकसान