Kamrul Arfi
Balumath (Latehar): लातेहार में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. बालूमाथ में एक सप्ताह में तीन महिलाओं की मौत हो गई. जो चिंता की बात है. हालांकि इसमें दो मत नहीं कि महिलाओं के प्रति समाज के नजरिये में समय के साथ बड़ा बदलाव भी आया है. लेकिन आज भी महिलाएं बराबरी के हक के लिए संघर्षशील है. इसका ताजा उदाहरण बालूमाथ में पिछले छह दिनों में एक के बाद एक घटी तीन घटनाएं है. जिसने सभ्य समाज के माथे पर चिंता की गहरी लकीरें खींच दी है. पहली घटना गुरुवार की रात मासियातू में सुनीता देवी की गला रेतकर हत्या करने की है. इसके विरोध में एनएच जाम करने से लेकर कैंडल मार्च निकाल कर हत्यारों को गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग की गयी. इस मामले पर भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी ने मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलकर उनकी मांगों को अपना समर्थन दिया. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने महिला की हत्या के बाद सरकार की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है. रविवार को घटित दूसरी घटना ने समाज के स्याह चेहरे को उजागर किया है. मृतक महिला प्रिया कुमारी के पिता नीरज साहू ने दहेज के लिए अपनी बेटी की हत्या का आरोप ससुराल वालों पर लगाया है. पुलिस ने आरोपी पति कन्हाई साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. तीसरी घटना सोमवार की रात की है. जिसमें पति के साथ मायके आई महिला ने मामूली विवाद पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. तीनों घटनाओं की केंद्र बिंदु महिला है. ऐसी घटनाएं महिलाओं के प्रति समाज के सोच को दर्शाता है. एक ओर जहां महिलाओं ने वैश्विक स्तर पर अपने प्रतिभा के बल पर अमिट मुकाम हासिल कर रही है, तो दूसरी ओर महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा समाज की चिंता बढ़ा रही है.

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