Ranchi : कोरोना के कारण बढ़ी महंगाई का असर त्योहारों पर भी पड़ता नजर आ रहा है. दीपावली की तैयारियां और खरीदारी लोगों को आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए करना पड़ रही है. एक ओर जहां बीते दिनों भारत-चीन विवाद का असर बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है. लोग चाइनिज उत्पादों का लगातार बहिष्कार कर रहे हैं.
दीवाली जैसे खास पर्व में लोग स्वदेशी सामानों को अपना रहे हैं. लोगों ने विदेशी बत्तियों के बदले स्वदेशी दीयों की खरीदारी पर ध्यान ज़्यादा केंद्रित किया है.
चाइनिज लाइटों का निकला दिवाला
इस दीवाली चाइनिज लाइटों का बाजार ठप पड़ा है. भारतीय बाजार में मांग बरकरार रखने के लिये चाईनीज़ लाइटों को भारतीय पैकेजिंग में बेचा जा रहा है.बता दें की भारत-चीन के रिश्तों में आई दरार के कारण भारत में लोगों ने चीनी सामान का बहिष्कार किया है. लोग इस वर्ष दीवाली स्वदेशी रूप में मनाना चाह रहे हैं. ग्राहकों ने बताया कि, वह इस दीवाली सिर्फ दीये खरीद रहें है क्योंकि बाजार में चाइनिज लाइट्स नाम मात्र के बिक रहे हैं.
दीयों की मांग ज्यादा, फिर भी व्यापार कम
कोरोना और लॉकडाउन के कारण बढ़ी महंगाई के चलते इस बार दिये की बिक्री कम हो रही है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल लोग कम दीये खरीद रहे हैं, जिसके कारण दीये के बाजारों की स्थिति और भी खराब है. कचहरी के पास दीये के दुकानदार कमलेश कुमार ने कहा कि एक साल में जहां 50 से 60 हज़ार के दीये की बिक्री होती थी वह अब 25 से 30 हज़ार पहुंचते ही डगमगाती नजर आ रही है. ग्राहक की भीड़ तो है पर जहां लोग ₹200 के दीये लेते थे अब वो सिर्फ ₹50 से ₹100 तक ही खर्च कर रहे हैं.
दीया दुकानदार दीवाली तक की उम्मीद लगाए बैठे हैं. अगर परिस्थिति यही रही तो उन्हें दीयों को लागत से कम में बेचना पड़ सकता है.
कम खर्च में ही धूम-धाम से मनेगी दीपावली
कोरोना के कारण बढ़ी महंगाई के चलते इस बार लोग कम खर्चे में ही दीपावली धूम-धाम से मनाने की कोशिश कर रहे हैं. हर बार के मुकाबले इस वर्ष सभी चीजों के दाम ज्यादा हैं.