New Delhi: राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बाद विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया है. इस मौके पर विपक्ष ने एकजुटता दिखाई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सपा नेता अखिलेश यादव, टीएमसी के सुधींद्र कुलकर्णी, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई विपक्षी नेता इस मौके पर मौजूद रहे.
झामुमो के नेता रहे नदारद
झारखंड की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता नामांकन के दौरान मौजूद नहीं थे. पार्टी ने अभीतक किसी उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान नहीं किया है. झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के साथ मिलकर राज्य में सत्ता चला रही है.
टीआरएस नेता भी रहे मौजूद
यशवंत सिन्हा के नामांकन के दौरान तेलंगाना की सत्ताधारी पार्टी टीआरएस के नेता भी मौजूद रहे. वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूख अब्दुल्ला भी नामांकन के दौरान उपस्थित थे.
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यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी पर थी आपत्ति
यशवंत सिन्हा के नाम पर सीपीएम की बंगाल यूनिट ने आपत्ति जताई थी. यह कहते हुए विरोध किया कि वह भाजपा से जुड़े रहे हैं. इससे पहले शरद पवार, फारूख अब्दुल्ला और महात्मा गांधी के पौत्र ने भी राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था.
विपक्ष ने दिखाई एकजुटता
नामांकन के दौरान टीआएस नेता की मौजूदगी से विपक्ष उत्साहित दिखा. नामांकन दाखिल करने के बाद यशवंत सिन्हा के संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया. यशवंत सिन्हा वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं.