Ranchi : धनबाद में फर्जी कोयला कंपनी बनाकर करोड़ों की टैक्स चोरी का खेल हो रहा है. धनबाद में कोयले की काली कमाई करने वाले ने करीब 16.16 करोड़ रुपये का कोयला बेचकर सरकार को सीधे तौर पर 1.73 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगा दिया. कोयला बेचने के बाद न तो जीएसटी अदा किया न ही सेस. जानकारी के अनुसार, यह मामला धनबाद जिले के गोविंदपुर का है. जहां सपना इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी ने करीब 1.73 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. कंपनी फर्जी है और उसने बिना पते के ही करीब 16.16 करोड़ रुपये के कोयला कारोबार से संबंधित ई-वे बिल जारी कर दिया है. इस मामले को लेकर सरायढेला थाना पुलिस ने कंपनी की ऑनर सपना देवी और कोयला ट्रक चालक जावेद के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामला दर्ज होने के बाद जब वाणिज्य कर विभाग ने अपनी जांच शुरू की, तो टैक्स की चोरी का खुलासा हुआ है.
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लखीसराय की एक कंपनी इशू ट्रेडर्स के नाम ई-वे बिल जारी किया था
जानकारी के अनुसार, यह मामला बीते दो सितंबर का है. सरायढेला थाना की पुलिस ने गोविंदपुर रोड के गोल बिल्डिंग के पास से कोयला लदा ट्रक पकड़ा था. इस पर लदे कोयले के लिए बिहार के लखीसराय की एक कंपनी इशू ट्रेडर्स के नाम से ई-वे बिल जारी किया गया था. यह बिल गोविंदपुर की कंपनी सपना इंटरप्राइजेज ने जारी किया था. पुलिस ने ट्रक को जब्त करने के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस की ओर से ई-वे बिल को लेकर जीएसटी ऑफिस से जानकारी ली गई.
जिसके बाद पुलिस ने गोविंदपुर जाकर डिपो की जांच की तो पता चला कि यहां काफी दिनों से कोई काम ही नहीं चल रहा है. कोई कर्मी भी नहीं था. पूरा परिसर झाड़ियों से भरा हुआ था. पुलिस जब कंपनी के श्रीराम प्लाजा स्थित ऑफिस पहुंची, तो जब्त किए गए ट्रक पर लोड सॉफ्ट कोक के भुगतान से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाया गया. यहां एक लक्ष्मण नाम का कर्मचारी मिला, जो अपने आप को एकाउंटेट के साथ-साथ खुद का कंपनी का प्रबंधक हालांकि पुलिस ने चोरी का कोयला बेचने को लेकर मामला दर्ज कर लिया.
16.61 करोड़ रुपये का कारोबार किया
जानकारी के अनुसार, कोयला की खरीद बिक्री पर पांच फीसदी जीएसटी और प्रति टन 400 रुपये का सेस लगता है. सपना इंटरप्राइजेज ने 23,085.51 टन कोयला की खरीद बिक्री का कारोबार किया. यानी कुल 16.61 करोड़ रुपये का कारोबार किया. इस दर से पांच फीसदी कर के अनुसार 80.80 लाख रुपये और सेस के करीब 92.34 करोड़ रूपये सरकार के होते हैं. सपना इंटरप्राइजेज ने ई-वे बिल जारी कर कोयला की ट्रांसपोर्टिंग का रास्ता तो साफ कर दिया. लेकिन दस्तावेजों में हेरफेर कर 1.73 करोड़ रूपये टैक्स चोरी किया.
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