Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) पेट्रोलियम इंजीनियरिंग और अर्थ साइंस के उभरते नए क्षेत्रों में संयुक्त रिसर्च के लिए आईआईटी-आईएसएम ने एचसीएल टेक के साथ एमओयू किया है. एमओयू के बाद आईआईटी-आईएसएम के निदेशक प्रो राजीव शेखर ने कहा कि शिक्षा और उद्योग को एक-दूसरे का साझेदार बनाने की जरूरत है, जो इस एमओयू से सार्थक होगा. इससे अनुसंधान और स्किल्ड वर्कफोर्स को बढ़ाने में मदद मिलेगी. आरएंडडी के डीन प्रो सागर पाल ने कहा कि इससे तेल और गैस उद्योग को निम्न कार्बन उत्सर्जन के साथ उत्पादन की तकनीक विकसित करने में मदद मिलेगी.
प्रो पॉल ने बताया कि एमओयू का उद्देश्य अत्याधुनिक आईटी तकनीकों का उपयोग कर एचसीएल के साथ काम करते हुए लाभकारी मैनेजमेंट सिस्टम विकसित करना है. एमओयू के प्रावधानों के अनुसार आईआईटी-आईएसएम के छात्र और शोधार्थियों को एचसीएल टेक में परियोजना कार्य और इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा. उन्हें जमीनी स्तर पर शोध करते हुए कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए हाइड्रोकार्बन की खोज, ड्रिलिंग और उत्पादन का अवसर प्राप्त होगा. एमओयू पर हस्ताक्षर आईआईटी-आईएसएम के रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) के डीन प्रो सागर पाल और एचसीएल टेक के ऑयल एंड गैस के निदेशक सोमनाथ दास और दीपक भारद्वाज ने किया.