Katras : गोंदुडीह ओपी अंतर्गत कुसुंडा क्षेत्र के गोंदुडीह कोलियरी में संचालित हिल टॉप आउट सोर्सिंग परियोजना के समीप ट्रांसपोर्टिंग रोड में रविवार को गोफ बनने से तीन महिलाएं जमींदोज हो गयी थीं. देर रात एक शव को बाहर निकाल लिया गया. वहीं दो महिलाएं अभी भी गोफ में फंसी हैं. बीसीसीएल व जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर हैवी मशीन से रेस्क्यू ऑफरेशन में जुटी है. हालांकि गोफ में समायी दोनों महिलाओं के जिंदा बचने की कम संभावना है. (पढ़ें, पीएम मोदी बोले, विशेष सत्र छोटा, लेकिन मूल्यवान है, संसद की कार्यवाही शुरू)
घटना को लेकर स्थानीय लोगों में रोष
बता दें कि गोफ में समायी तीनों महिलाएं परला देवी, ठंडी देवी व मंदवा देवी छोटकी बौआ बस्ती की रहने वाली है. सभी वहां कोयला चुनने गयी थी. इसी दौरान तेज़ आवाज़ के साथ वहां बड़ा गोफ बन गया और एक महिला उसमें समा गयीं. उस महिला को बचाने के दौराम अन्य दो महिलाएं भी गोफ में गिर गयीं. घटना के बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गयी. वहीं सीआईएसएफ के जवान और गोंदुडीह ओपी व ईस्ट बसुरिया ओपी की पुलिस भी घटनास्थल पर तैनात हैं. घटना को लेकर स्थानीय लोगो में काफी रोष देखा जा रहा है.
इसे भी पढ़ें : संसद का विशेष सत्र 11 बजे से, पहले दिन लोकसभा को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
महिलाओं को निकालने के बाद मुआवजे का किया जायेगा ऐलान
धनबाद के सीओ प्रशासन लायक ने कहा कि गोफ में समायी महिलाओं को निकालने का प्रयास जारी है. इसके बाद सरकार के निर्देशानुसार मुआवजा आदि का निर्णय लिया जायेगा. टुंडी विधायक मथुरा महतो भी घटनास्थल पर पहुंचे और गहरी संवेदना प्रकट की. बताया जाता है बीसीसीएल के कुसुंडा क्षेत्र के गोंदुडीह कांटा घर से गोंदुडीह खदान जाने वाले मार्ग पर आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा ट्रांसपोर्टिंग की जाती है. इस मार्ग से स्थानीय धोबी कुलही तथा अन्य लोग आना जाना करते हैं. इस मार्ग से लोग भूली व निचितपुर भी जाते हैं.
इसे भी पढ़ें : रांची : गोलीकांड का आरोपी जमीन की पैरवी लेकर पहुंचा SSP ऑफिस, पुलिस ने भेजा जेल