Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) कृषि उत्पाद में 2 % टैक्स वृद्धि की निरस्तीकरण की मांग को ले 4 फरवरी को धनबाद के कृषि बाजार समिति के व्यापारियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बरवाअड्डा के हवाई अड्डे पर मुलाकात की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कृषि बिल के निरस्तीकरण को लेकर कोई संतोषजनक जवाब न मिलने से बाजार समिति के व्यापारियों में आक्रोश है. व्यापारियों ने सोमवार 6 फरवरी को कला बिल्ला लगा कर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध जताने का फैसला किया है. बुधवार को पूरे प्रदेश में बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी. यह जानकारी बाजार समिति के अध्यक्ष विनोद गुप्ता ने बाजार समिति के प्रांगण में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
सचिव विकाश कंधवे ने बताया कि झारखंड विधानसभा सत्र के अंतिम दिन 23 दिसंबर को अंतिम पहर में कृषि बिल को पास करना सरकार पर सवाल खड़ा करता है. यह उनकी जनता विरोधी नीतियों को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इस बिल से पूरे झारखंड में महंगाई बढ़ेगी. जिसका खामियाजा सिर्फ दुकानदारों को नहीं बल्कि आम जनता को भी उठाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तो आने वाले समय में उन्हें 2.5 % जीएसटी से भी हाथ धोना पड़ेगा.
बाजार समिति चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य जितेंद्र अग्रवाल ने कहा कि झामुमो की सरकार व्यापार विरोधी है, क्योंकि भाजपा की सरकार में इस बिल को निरस्त किया गया था. को दोबारा वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार जल्द इस बिल को निरस्त नहीं करती है तो उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.






