Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद के रेलवे ऑडिटोरियम में गुरुवार 13 अप्रैल को रोजगार मेला लगाया गया. रोजगार मेला में 2000 से 4200 ग्रेड के 239 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र बांटा गया. मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के हाथ से नियुक्ति पत्र पाने के बाद नवनियुक्त कर्मचारी खुश दिखे और उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया. मेला का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ऑन लाइन उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. देश के 45 राज्यों में इस तरह के कार्यक्रम में आज 71 हजार युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं.
देश में यह चौथा रोजगार मेला
इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने धनतेरस के अवसर पर 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी. यह चौथा रोजगार मेला है. इससे पहले 75 जगहों पर 75000 युवाओं को प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच युवाओं को रोजगार से जोड़ने और उनसे बेहतर काम कराने की है.
इंजीनियरिग व मेडिकल में अंग्रेजी की बाध्यता खत्म
उन्होंने कहा कि 34 वर्षों बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी है. नीति में बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने का प्रावधान है. अभी तक बच्चे रटंत शिक्षा पर आधारित थे, लेकिन अब समझ कर पढ़ेंगे. इंजीनियरिग और मेडिकल में जो बाध्यता थी, उसे भी खत्म किया गया है. अब भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई होगी. पहले अंग्रेजी माध्यम के कारण गांव के टैलेंटेड बच्चे पीछे रह जाते थे. लेकिन अब आने वाले समय मे नई शिक्षा नीति में यह प्रावधान बनाया गया है कि बच्चों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो.
मोदी सरकार ने लिया है युवाओं को रोजगार देने का संकल्प
विशिष्ट अतिथि धनबाद के सांसद पीएन सिंह सिंह ने कहा कि मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने का संकल्प ले कर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से कई सेक्टर में काम किया जा रहा है. कहा कि मोदी सरकार हर रोजगार मेला में हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही है. इससे बेरोजगार युवाओं के हाथों को काम मिल रहा है और सरकारी व्यवस्था दुरुस्त हो रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में भी ऐसे ही कार्य की अपेक्षा है. रोजगार मेला में टुंडी विधायक मथुरा महतो, निरसा विधायक अपर्णा सेन गुप्ता, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो, डीआरएम कमल किशोर सिन्हा, एडीआरएम आशीष झा, सीनियर कमांडेंट सैयद सरफराज अहमद आदि मौजूद थे.