धूमधाम से मना सिंफर का 77वां स्थापना दिवस
Dhanbad : धनबाद के बरवा रोड स्थित सीएसआईआर-सिंफर परिसर में शुक्रवार को संस्थान का 77वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. मुख्य अतिथि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के डायरेक्टर जनरल (डीजी) जनार्दन प्रसाद व विशिष्ट अतिथि बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने समारोह का शुभारंभ किया. मुख्य अतिथि जनार्दन प्रसाद ने कहा कि अब फ्यूल का मतलब बदल रहा है. ऐसे में सिंफर को ऊर्जा की जरूरतों की पूर्ति के लिए शोध के नए क्षेत्र में काम करना होगा. सतत विकास के लिए क्रिटिकल मिनिरल्स के निष्कर्षण को लेकर शोध की जरूरत है. सिंफर के निदेशक प्रो एके मिश्रा ने संस्थान के लक्ष्यों के बारे में विस्तार से बताया. प्रोजेक्टर के माध्यम से सिंफर की उपलब्धियों को दिखाया गया.
विदोशों से 50 एमटी कोयला आयात कर रहा भारत
बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि वर्तमान में देश में 50 मिलियन टन कोयला विदेशों से आयात होता है. रिसर्च एंड डेवलपमेंट में निवेश कर ही हम ऊर्जा की जरूरतों के लिए विदेश पर निर्भरता कम कर सकते हैं. कोयला का उत्पादन बढ़ाने, वाशरी में कोयले को साफ करने में पानी का उपयोग घटाने, खदानों में पिलर के पास बड़ी मात्रा में मौजूद कोयला के उत्खनन जैसे बिंदुओं पर सिंफर को रिसर्च करना चाहिए. खदानों में आग पर सिंफर की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट मिल गई है. बीसीसीएल ने उसे लागू कर दिया है. भारत को सुपर पावर बनाने के लिए कॉरपोरेट घरानों को भी आर एंड डी के लिए निवेश करनी चाहिए.
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में सिंफर के निदेशक प्रो एके मिश्रा, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रदीप कुमार बनर्जी, डॉ जयकृष्णा पांडे, सिंफर के पूर्व निदेशक टीएन सिंह, आईआईटी आईएसएम के उपनिदेशक प्रो धीरज कुमार, सिद्धार्थ सिंह सहित बीसीसीएल, सेल व आईआईटी के प्रतिनिधि मौजूद थे.
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