Ranchi : कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. जिसके रोकथाम के लिए 5 मई तक सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि को बढ़ा दिया है. इसके साथ ही सरकार और प्रशासन मिलकर लगातार मरीजों के लिए बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था बढ़ाने के प्रयास में लगी हुई है. ऐसी परिस्थिति में प्रशासन का साथ देने के बजाय कुछ अफसर और डॉक्टर्स अपने कर्तव्य को लेकर लापरवाही बरत रहे है.
जिला प्रशासन का कहना है कि कई ऐसे कई चिकित्सक और पदाधिकारी हैं जिनकी ड्यूटी कोविड केअर अस्पतालों में लगाई गई है. पर वे अपने प्रतिनियुक्ति कार्यस्थल पर ड्यूटी नहीं कर रहे है. ये पदाधिकारी और चिकित्सक सेवा संहिता के नियमों का उल्लंघन करने के साथ ही कोरोनाकाल में मानव जीवन की रक्षा कार्य से भी मुंह मोड़ रहे है. यह बेहद शर्मनाक है.
डीएमओ सत्यजीत कुमार ड्यूटी पर मिले अनुपस्थिति
रांची के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) सत्यजीत कुमार की ड्यूटी कोविड केअर हॉस्पिटल, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (यूसीएचसी), रिसलदारबाबा, डोरंडा में इनसिडेंट कमांडर के रूप में लगाई गई है. पर वे लगातार ड्यूटी पर अनुपस्थित रह रहे हैं. उनसे फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश भी नाकाम हो रही है. प्रशासन में इसे कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
संतोषजनक जवाब मिलने तक डीएमओ का वेतन स्थगित
ड्यूटी पर अनुपस्थिति होने पर पदाधिकारी से डीसी छवि रंजन ने 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. संतोषजनक जवाब मिलने तक उनका वेतन स्थगित किया गया है. इसके साथ ही कहा गया है कि असंतोषजनक जवाब पर प्रशासन उनपर आपदा प्रबंधन अधिनियम (डीएमएक्ट) 2005 की धारा 56 और दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धाराओं के तहत कार्रवाई करेगा.
सभी के सहयोग के लिए किया अपील
अवसर पर डीसी ने अपील किया कि कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से निपटने के लिए सभी का सहयोग अनिवार्य है. सभी पदाधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी अपने- अपने कार्यों और दायित्वों का सफलता पूर्वक निर्वहन करेंगे, तभी इस आपदा से हम जीत सकते है.