Vinit Upadhyay
Ranchi : रिनपास में इलाजरत महिला मरीज की मृत्यु के मामले में पुलिस ने अपना अनुसंधान पूरा कर कोर्ट में फाइनल रिपोर्ट जमा कर दी है. जिसके बाद अदालत ने इस केस के कंप्लेनेंट को नोटिस जारी कर पक्ष रखने का निर्देश दिया है. जो रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी गई है, उसमें पुलिस ने रिनपास की डायरेक्टर जयति शिमलइ को क्लीन चिट दे दी है. कांके थाना के एसआई संतोष कुमार इस केस के जांच अधिकारी हैं. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अब तक जितने भी गवाहों का बयान लिया गया, उससे जयति शिमलइ के खिलाफ साक्ष्य की कमी मिली है. इसके साथ ही उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि भविष्य में कोई साक्ष्य मिलने पर इस केस की जांच दोबारा शुरू की जा सकती है. पुलिस ने इस केस से जुड़े कुल गवाहों का बयान लिया है. केस करने वाले सोनू मुंडा, तत्कालीन निदेशक सुभाष सोरेन, रिनपास की मेट्रोन रेनू डे, वार्ड प्रभारी निर्मला टोप्पो, नर्स अर्चना कुमारी और चिकित्सा पदाधिकारी लावण्या एक्का के द्वारा दी गई गवाही के आधार पर जयति शिमलई को क्लीन चिट दी गई है.
जयति शिमलइ की गाड़ी से टकरा गई थी तैरुनिशां
हालांकि रिनपास के तत्कालीन निदेशक सुभाष सोरेन और केस के सूचक सोनू मुंडा ने अपने बयान में यह कहा है कि उन्हें यह जानकारी मिली थी कि तैरुनिशां की मौत जयति शिमलइ की गाड़ी के नीचे आने से ही हुई है. लेकिन अन्य गवाहों ने यह बयान दिया है कि तैरुनिशां करंज के पेड़ से गिरी थी और इस दौरान वह जयति शिमलइ की गाड़ी से टकरा गई थी.
जयति सिमलई से दिया था लिखित स्पष्टीकरण
अप्रैल महीने में रिनपास की एक महिला मरीज की रिम्स में मृत्यु हो गई थी. मरीज की मौत के बाद RINPAS ने यह कह दिया कि महिला करंज के पेड़ से गिर गई थी. मरीज को रिम्स लाया गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जबकि रिनपास के तत्कालीन निदेशक डॉ. सुभाष सोरेन ने कहा कि दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने जयति सिमलई से स्पष्टीकरण मांगा था. लिखित स्पष्टीकरण में उन्होंने कहा था कि उनकी गाड़ी की चोट से महिला घायल हुई थी, जिसके बाद उसे रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
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