Ranchi: राज्य में बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिये नये सिरे से कार्य योजना बनाई जा रही है. राज्य के 31 डैम/जलाशय अब ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत बनेंगे. पेयजल, सिंचाई और मत्स्य पालन के साथ ही अब यहां से बिजली भी पैदा होगी, जिससे चौक-चौराहे और हमारे घर जगमगाएंगे. झारखंड राज्य सोलर पावर पॉलिसी 2022 में इस योजना पर खास ध्यान दिया जा रहा है. जानकारों के अनुसार, सोलर पावर से प्राप्त बिजली की लागत करीब 3.55 रुपये प्रति यूनिट आयेगी. वहीं जरेडा की ओर से 31 डैम का सर्वे कार्य पूरा किया जा चुका है.
जलाशयों से पहले फेज में 150 मेगावाट बिजली उत्पादित कर नजदीकी ग्रिडों को दिया जाएगा. सौर ऊर्जा पैदा करने के लिए गेतलसूद सहित 31 डैम में तैरने वाले प्लेटफॉर्म पर सोलर पैनल लगाए जाने हैं. जिसमें गेतलसूद डैम पर सोलर पैनल लगाने का पूरा होने को है. इस परियोजना की लगात 800 करोड़ है. इसके लिये केंद्र सरकार के पब्लिक इंवेस्टमेंट बोर्ड की मंजूरी भी मिल चुकी है. यहां 100 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता वाले तैरते सोलर प्लांट लगाये गये हैं.
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झारखंड राज्य सोलर पावर पॉलिसी के तहत होना है काम
झारखंड राज्य सोलर पावर पॉलिसी 2022 के तहत इन योजनाओं में काम किया जाना है. जिसका रोड़ मैप तैयार किया जा चुका है. इस कार्ययोजना को मूर्त रूप देने का काम झारखंड रिन्युअल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (जरेडा) की देख रेख में किया जायेगा. सोलर पावर पॉलिसी के तहत राज्य में अक्ष्य उर्जा को बढ़ावा देने के लिये बिजली वितरण करनेवाली कंपनियों को वर्ष 2023-24 तक कुल बिजली आपूर्ति की 12.5 प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा से लेना अनिर्वाय बनाया गया है.
जानकारी के अनुसार, रांची के गेतलसूद डैम में सोलर प्लेट लगाने की योजना पर काम पूरा किया जा चुका है. इस कार्य में सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) तकनीकी मदद करेगी. सोलर पैनल से बिजली उत्पादन की महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए रांची सहित राज्य के 31 डैम का सर्वे पूरा कर लिया गया है.
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