Giridih : सदर अस्पताल में भर्ती प्रति मरीज सरकार करीब 45 सौ रुपए खर्च करती है. हर माह इस अस्पताल में 700 से 725 मरीज भर्ती किए जाते हैं. भर्ती मरीजों के भोजन पर रोजाना एक सौ रुपए की खर्च आती है. नाश्ता और दवा के नाम पर सालाना 10 लाख रुपए का खर्च आता है. इन राशि को जोड़ने से एक मरीज पर 45 सौ रुपए से ज्यादा खर्च आएगा. इतनी बड़ी रकम खर्च किए जाने के बाद भी सदर अस्पताल में अव्यवस्था है. चिकित्सकों की लेट लतीफी की शिकायत मरीज करते रहे हैं. चिकित्सक बिलंब से आते हैं और जल्दी जाते हैं.
वेतन व मानदेय पर 33 लाख से अधिक खर्च
सदर अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों व कर्मियों के वेतन और मानदेय पर हर माह 33 लाख रुपए से अधिका खर्च किए जाते हैं. अस्पताल में फिलहाल 7 चिकित्सक और 29 रेगुलर स्टाफ कार्यरत हैं. रेगुलर स्टाफ में फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, ए ग्रेड नर्स, स्वीपर, चपरासी, पुरुष व महिला कक्ष सेवक शामिल हैं. चिकित्सकों में 3 स्थाई तथा बाकी अनुबंध पर कार्यरत हैं. स्थाई प्रति चिकित्सक को वेतन के तौर पर सरकार हर माह डेढ़ लाख से अधिक रुपए देती है. वहीं अनुबंध पर कार्यरत प्रति चिकित्सक वेतन 80 से 90 हजार रुपए प्रतिमाह है.
अनुबंध पर भी कार्यरत हैं कर्मी
इस अस्पताल में अनुबंध पर भी कई कर्मी कार्यरत हैं. इन कर्मियों में 12 जीएनएम, 4 ओटी सहायक, 5 ड्रेसर, 6 लैब टेक्नीशियन, 30 मल्टी स्किल्ड वर्कर, 20 सफाई कर्मी और 4 कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हैं.
देर से आना और जल्दी जाना चिकित्सकों की दिनचर्या
यहां कार्यरत चिकित्सकों की दिनचर्या देर से आना और जल्दी जाना है. नियम के तहत सभी चिकित्सकों को सुबह 9 से लेकर दोपहर 3 बजे तक ड्यूटी पर तैनात रहना है. दोपहर 3 बजे के बाद एक चिकित्सक को इमरजेंसी ड्यूटी में रहना है. यहां दो या तीन चिकित्सक ही ड्यूटी पर रहते हैं.
बेहतर करने का प्रयास जारी
सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण कुछ दिक्कत है. खामियों को दूर करने की कोशिश जारी है. चिकित्सकों की कार्यशैली में सुधार की जरूरत है. मॉनिटरिंग कर सुधार किया जाएगा.
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