Ranchi : राज्य सरकार के शराब की होम डिलीवरी के फैसले पर बीजेपी ने सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि कोरोन काल में दवा बांटने के बजाय हेमंत सरकार का शराब की होम डिलीवरी का फैसला जनविरोधी है. दवा की जगह सरकार लोगों को दारू पिलाने पर उतारू है. सरकार के लिए दवा की बजाय शराब प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सरकार हर घर बिजली, पानी, बच्चों को किताब, गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने में असफल है. सरकार गरीबों को भोजन, बीमार को दवा, किसान को बीज देने के बजाय लोगों को शराब पिलाने पर उतारू है.
राजस्व बढ़ाने के कई साधन, लेकिन सरकार ने शराब को चुना
दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार दवा पहुंचाने के बजाय कफन देने में भरोसा रखती है. ऐसे सरकार से राज्य और प्रदेश की जनता का कभी भला नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि राजस्व बढ़ाने के लिए कई साधन हैं, लेकिन इस सरकार में नेतृत्वविहीनता के कारण राजस्व बढ़ाने के लिए शराब का सहारा लिया गया है.
दवा की होम डिलीवरी के लिए नहीं, दारू की होम डिलीवरी के लिए एप
उन्होंने कहा कि शराब की होम डिलीवरी से समाज में माहौल भी बिगड़ेगा. सरकार ने दवा पहुंचाने के लिए एप नहीं बनाया, लेकिन वह शराब होम डिलीवरी के लिए एप लांच कर रही है. यह सरकार फैसले लेने में और प्रदेश को सुचारू रूप से चलाने में पूर्ण रूप से अक्षम साबित हुई है.
शिक्षा मंत्री बोल रहे असंवैधानिक भाषा
साथ ही उन्होंने शिक्षा मंत्री जगनाथ महतो के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान संघीय ढांचा को तोड़ने वाला है. जिसमें उन्होंने डीवीसी को कोयला-पानी रोकने की बात कही है. उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से ऐसी भाषा की उम्मीद नही की जा सकती.
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