छोटी-छोटी दुकानें लगाकर 100 रुपये कमाने वालों से 50 रुपये की अवैध वसूली
कैसे चलेगा परिवार डीसी भी सड़क के किनारे दुकान लगाने का दे चुकी हैं इजाजत
Hazaribagh: शहर में इन दिनों चुंगी और पार्किंग के नाम पर खूब गोरखधंधा चल रहा है. कहीं पार्किंग के नाम पर तो कही रंगदारी मांगी जा रही है. इससे फुटपाथ के दुकानदारों में नाराजगी भी देखी जा रही है. हम बात कर रहे हैं हजारीबाग शहर के लोहसिगना थाना क्षेत्र स्थित त्रिमूर्ति चौक की. बताया जा रहा है कि इस चौक पर लगभग दो दर्जन दुकानें लगती हैं और ये कोई बड़ी दुकानें नहीं हैं, बल्कि आइसक्रीम, गुपचुप, चाट, गन्ना जूस, चाऊमीन की दुकानों के अलावे कई ठेला वाले रहते हैं. यहां सुबह से लेकर रात 9:00 बजे तक दुकानें चलती हैं और कमाई 100 -200 रुपये हो जाती है, जिससे दुकानदार अपने परिवार का किसी तरह पालन पोषण कर पाते हैं. लेकिन इन दुकानदारों पर नगर निगम के पार्किंग ठेकेदार की नजर गड़ी रहती है. शाम ढलते ही पार्किंग के नाम पर 50 रुपये प्रति दिन रंगदारी मांगी जाती है, जबकि इस जगह पर नगर निगम की पार्किंग नहीं है. इसके बावजूद इन दुकानदारों पर दबाव बनाकर अवैध वसूली की जाती है.
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रंगदारी नहीं देने पर करते हैं मारपीट, दी जाती है धमकी
इस संबंध में आक्रोशित दुकानदारों ने मंगलवार को बताया कि हम गरीब परिवार से हैं और शहर में किराये के मकान में रहकर कोई चाय तो कोई गुपचुप और आइसक्रीम बेचकर परिवार चलते हैं. ऐसे में जो कमाई होती है उसके तीन हिस्से महाजन को चले जाते हैं और बचा हुआ पैसा रूम रेंट के अलावे बच्चों की पढ़ाई, दवाई और खाना-पीना में चला जाता है. कुछ लोग नगर निगम की पार्किंग बात कहकर 50 रुपये प्रत्येक दिन मांगते हैं और नहीं देने पर मारपीट पर उतर जाते हैं और नगर निगम के अधिकारी से कहकर दुकान हटा देने की धमकी दी जाती है. ऐसे में हमारा ग्राहक भी विवाद वाले दुकानदार के पास आना नहीं चाहता है.
फुटपाथ पर दुकान चलाने की इजाजत, लाइसेंस भी हमारे पास
इस संबंध में आइसक्रीम दुकानदार मंटू साहू, गुपचुप दुकानदार धर्मेंद्र मेहता, चाय दुकानदार निकिता कुमारी, राजेंद्र प्रसाद, रामचंद्र मेहता, राजेंद्र सिंह, पंकज महतो, रमेश कुमार, अभय मेहता, रंजीत मेहता, मोहम्मद शमी सहित दर्जनों दुकानदारों ने बताया कि पहले हम लोगों से 50 रुपये रंगदारी के रूप में वसूले जाते थे, जिसकी शिकायत नगर निगम के अधिकारी को की थी. इसके बाद हम लोगों उन्हें पार्किंग के नाम पर रंगदारी देनी बंद कर दी, लेकिन पार्किग ठेकेदार के कर्मियों की ओर से फिर से प्रत्येक दिन 50 रुपये मांगे जा रहे है. नहीं देने पर वे झगड़ा करते हैं, जिससे ग्राहक वापस हो जाते हैं. कुछ लोग तो खाने के बाद भी झगड़ा देखकर बिना पैसे दिए हुए चले जाते हैं. यह पार्किंग का एरिया नहीं है और हजारीबाग उपायुक्त ने भी फुटपाथ पर दुकान चलाने की इजाजत दी है और नगर निगम भी फुटपाथ दुकानदार को लाइसेंस दिया है. इसके बावजूद रंगदारी मांगी जा रही है. दुकानदारों ने यह भी बताया कि हम नगर निगम क्षेत्र में वर्षों से दुकानदारी करते आ रहे हैं, जिसका लाइसेंस भी हमारे पास मौजूद है.
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दुकानदारों को लिखित आवेदन देना होगा
इस संबंध में नगर निगम के सहायक आयुक्त के मोबाइल नंबर 943 11 5001 0 पर फोन लगाकर पक्ष लिया गया. उनकी ओर से बताया गया कि नगर निगम क्षेत्र में जिला पार्किंग का अगर कोई पैसा मांगता है तो दुकानदारों को लिखित आवेदन देना होगा और अगर दुकानदार अवैध तरीके से दुकान लगा रहे हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी एवं फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा.