Chulbul
Ranchi: रांची के पुराने गिरजाघरों की कड़ी में पिछले दिनों जीएल चर्च के बारे में बताया गया था. आज संत मारिया चर्च के बारे में बताया जा रहा है. यह चर्च अपनी स्थापना का 100 साल पूरा कर चुका है. संत मारिया गिरजाघर कैथलिक कलीसिया की रांची का सबसे पुराना और सबसे बड़ा चर्च है. वर्तमान में यह चर्च रांची आर्चडायसिस के अंतर्गत आता है, जिसके प्रमुख आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो हैं. चर्च के पल्ली पुरोहित फादर आनंद डेविड खलखो हैं.
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रांची में कैथलिक कलीसिया के असतित्व की शुरुआत
छोटानागपुर में कैथलिक कलीसिया की शुरुआत 1843 में कलकत्ता से हुई थी. उस समय छोटानागपुर भी कलकत्ता के अंतर्गत आता था. फादर स्टॉकमैन ने 10 जुलाई 1869 में पहली बार चाईबासा में मिशन कार्यों की शुरुआत की. रांची में कैथलिक कलीसिया की शुरुआत 1886 में हुई थी. उस समय इस कलीसिया का कोई बड़ा चर्च नहीं था. यह छोटे-छोटे चैपल (प्रार्थना घर) में बंटा था. फादर भान रोवाय को 1898 में रांची का पहला पल्ली पुरोहित बनाया गया. धीरे-धीरे कलीसिया में विश्वासियों की संख्या बढ़ने लगी और चैपल छोटा पड़ने लगा.
लोगों की संख्या बढ़ी, गिरजाघर की नींव पड़ी
1898 के समय में पुरोहित संत जॉन गिरजाघर में मिस्सा करते थे. रविवार और त्योहार के समय गिरजाघर में भीड़ इतनी होती थी कि लोग सड़कों पर खड़े होकर मिस्सा सुनते और प्रार्थना करते थे. धीरे-धीरे विश्वासियों की संख्या बढ़ती गई. बढ़ती संख्या को देखते हुए बड़े गिरजाघर की जरुरत महसूस हुई. अल्फ्रेड लेम्बन ने 1906 में संत मारिया गिरजाघर को डिजाइन किया. आर्चबिशप म्यूलमैन ने 20 मई 1906 में संत मारिया गिरजाघर की नींव रखी. इस चर्च को पूरा बनने में तीन वर्ष लगे. ढाका के बिशप हर्ट ने 30 अक्टूबर 1909 में इसका उद्घाटन किया.
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दिवारों पर लगी है ईसा मसीह के दुखभोग की तस्वीरें
संत मारिया गिरजाघर की लंबाई 61 मीटर, ऊंचाई 35 मीटर और चौड़ाई 36 मीटर है. चर्च में दो घंटाघर हैं. चर्च में एक मुख्य वेदी है, जहां मिस्सा-आराधना की जाती है. चर्च के अंदर 14 खंभों हैं, जिसमें 12 खंभों के पास संतों की मूर्तियां स्थापित हैं. ये 12 संत हैं- संत पतरस प्रेरित, संत योहन बपतिस्ता, संत फ्रांसिस जेवियर, संत पात्रिक, संत सिसिलिया, रखवाल दूत, संत पॉल प्रेरित, संत ग्रेगोरी, संत रॉक, संत एंटोनी, संत अगाथा और माता मरिया. इनकी माता संत अन्ना हैं. इसके साथ ही दीवारों पर प्रभू के क्रूस मृत्यु से पूर्व उनके दुखभोग की तस्वीरें लगी है.