LagatarDesk : आज के समय में यूरिक एसिड की समस्या आम बात हो गयी है. यह समस्या ज्यादातर महिलाओं को होती है. यूरिक एसिड बढ़ने से पेशाब वाला रास्ते में जलन होता है. यह कई खतरनाक बीमारियों को भी न्यौता देता है. यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन का एक रूप है, जो यूरिन द्वारा शरीर से बाहर जाता है. लेकिन कई बार यूरिक एसिड शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है. तो यह धीरे-धीरे क्रिस्टल का रूप ले लेता है और जोड़ों के आसपास जमा होने लगता है. जिससे जोड़ों में दर्द, अकड़न, किडनी की बीमारी, दिल के दौरे जैसी परेशानियां होने लगती है. (पढ़ें, भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में दूसरे दिन जारी, राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत, सचिन पायलट भी शामिल हुए)
प्यूरीन युक्त चीजों को खाने से बचें
यूरिक एसिड को कम करने में डाइट की अहम भूमिका होती है. इसलिए जिसमें प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है उसको खाने से बचना चाहिए, यूरिक एसिड से परेशान लोगों को वैसे फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए, जिसमें फ्रक्टोज की मात्रा कम होती है. फ्रक्टोज प्राकृतिक शुगर है जिसको खाने से खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है.
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सॉफ्ट ड्रिंक्स से तुरंत बनाये दूरी
सॉफ्ट ड्रिंक्स में बहुत ज्यादा चीनी पायी जाती है, जो शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ाती है. पहले से ही यूरिक एसिड की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए अत्यधिक चीनी का सेवन हानिकारक हो सकता है. इसलिए यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों को सॉफ्ट ड्रिंक्स का कम से कम सेवन करना चाहिए
भूलकर भी ना पीयें अल्कोहल (बीयर)
अल्कोहल में प्यूरीन पाया जाता है. इसलिए ये शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है. कई रिसर्च में सामने आया है कि बीयर में सबसे अधिक प्यूरीन होता है. इसलिए यूरिक एसिड की बीमारी से पीड़ित लोगों को बीयर ना पीने की सलाह दी जाती है.
रेड मीट के सेवन से यूरिक एसिड की समस्या बढ़ती
रेड मीट के सेवन से भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है. क्योंकि इसमें काफी मात्रा में प्यूरीन पाया जाता है. लंबे समय तक रेड मीट का सेवन करने वाले लोगों के खून में यह गंदा पदार्थ जमा होता रहता है जो पथरी और गठिया जैसी बीमारी का खतरा बढ़ाता है.
सी फूड खाने की एकदम मनाही
सी फूड में भी प्यूरीन की मात्रा भरपूर होती है. जिसके सेवन से यूरिक एसिड के स्तर बढ़ सकता है. जो आगे चलकर किडली फेलियर का कारण बन सकता है. इसलिए यूरिक एसिड की बीमारी से पीड़ित लोगों को टूना, साल्मन और ट्राउट जैसी मछलियां ना खाने की सलाह दी जाती है.
संतुलित मात्रा में करें इन सब्जियों का सेवन
फूलगोभी, पालक और मशरूम कुछ ऐसी सब्जियां हैं जो यूरिक एसिड के खतरे को बढ़ा सकती हैं. हालांकि यह ऊपर बताये गये खाद्य पदार्थों से कम नुकसानदेह है. लेकिन है. इसलिए इस बीमारी से पीड़ित लोगों को इन सब्जियों का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए.
गोल्डन किशमिश
किशमिश अंगूर से बनती है, जिसमें प्यूरीन होता है. प्यूरीन के सेवन करने से गाउट (अर्थराइटिस) की समस्या और भी बढ़ सकती है. यह खून में यूरिक एसिड की मात्रा को भी बढ़ाता है. गाउट से पीड़ित लोगों को सूखे मेवों से पूरी तरह बचना चाहिए.
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