NewDelhi : देश में कोरोना संक्रमण की सुनामी के बीच ऑक्सिजन की कमी के कारण दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में बीते 25 घंटों में 25 गंभीर मरीजों की मौत हो गयी . इस महासंकट के बीच अब भारतीय वायुसेना ने मोर्चा संभाल लिया है. खबर है कि वायुसेना अब ऑक्सीजन कंटेनर्स को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने में जुट गयी है.
जानकारी के अनुसार भारतीय वायुसेना के दो C17 विमानों ने दो बड़े ऑक्सीजन कंटेनर्स, IL 76 ने एक खाली कंटेनर बंगाल के पन्नागढ़ पहुंचाया. इन तीनों कंटेनर्स को ऑक्सीजन से भरा जायेगा और दिल्ली लाया जायेगा. वायुसेना की ओर से ऑक्सीजन की सप्लाई को पूरा करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह का ऑपरेशन चलाया जायेगा.
IAF की ट्रांसपोर्ट फ्लीट कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साथ है.
यरफोर्स अधिकारियों के अनुसार IAF ने दिल्ली में डीआरडीओ के बनाये कोविड-19 अस्पताल में कोच्चि, मुंबई, विशाखापत्तनम और बेंगलुरु तक से नर्सिंग स्टाफ को एयरलिफ्ट कर पहुंचाया है. साथ ही एयरफोर्स ने DRDO के ऑक्सीजन कंटेनरों को भी बेंगलुरु से दिल्ली के कोविड सेंटरों तक पहुंचाया है. भारतीय वायुसेना ने ट्विटर पर लिखा है, ‘IAF की ट्रांसपोर्ट फ्लीट कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साथ है. देशभर में कोविड अस्पतालों तक मेडिकल कर्मी, जरूरी उपकरण और दवाओं को एयरलिफ्ट करना जारी है.
23 मोबाइल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स जर्मनी से आयेंगे
इतना ही नहीं, वायुसेना अब 23 मोबाइल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स को जर्मनी से एयरलिफ्ट करेगी. ताकि अस्पतालों के पास इन्हें लगाया जा सके और ऑक्सीजन की सप्लाई को सुचारू रूप से चालू रखा जाये. देश वर्तमान में कोरोना के महासंकट से जूझ रहा है. हर ओर बढ़ते मामलों और हो रही मौतों की खबरें आ रही हैं.
सबसे बड़ा संकट ऑक्सीजन का है, क्योंकि कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है, तो कहीं सप्लाई में परेशानी हो रही है. केंद्र सरकार का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन सप्लाई में काफी परेशानी आ रही हैं. कई जगह ऑक्सीजन सड़क के रास्ते से पहुंच रहा है, इसलिए उसमें वक्त लग रहा है. यही कारण है कि दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी, मध्य प्रदेश, कर्नाटक समेत दर्जनों राज्यों में इस वक्त ऑक्सीजन को लेकर मारामारी चल रही है