Jagnnathpur (Rohit mishra) : इंटर कॉलेज के जर्जर को भवन लेकर जगन्नाथपुर जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया ने पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में मानसिंह तिरिया ने कहा कि उपरोक्त विषय पर कहना है कि कॉलेज की स्थापना आदिवासी जनजाति बहुल क्षेत्र में गरीब जनजाति एवं अन्य छात्र-छात्राओं को शिक्षित करने के उद्देश्य से 1982 में स्थापना हुई थी पर अब इस बिल्डिंग की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. बच्चों के पढ़ाई के लिए एक ढंग का बिल्डिंग नहीं है बरसात में छत से पानी गिरता है. सभी समस्या को लेकर मानसिंह तिरिया ने एक एक बिंदु पर उपायुक्त को पत्राचार के माध्यम से बताया है.
इसे भी पढ़ें : मंझगांव : बेनामबासा फुटबॉल टीम को हराकर पंकज इलेवन बना टूर्नामेंट का विजेता
बरसात के समय में छत से टपकता है पानी
उन्होंने कहा है कि कॉलेज भवन की जर्जर अवस्था होने से बरसात के समय में पानी टपकता है और कभी भी अनहोनी होने की खतरा बनी रहती है. इसलिए किसी अनहोनी से पहले बिल्डिंग का जीर्णोद्धार करवाया जाए. इस महाविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या 700 है. इस कॉलेज में झारखंड अधिविद परिषद रांची द्वारा आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षा हेतु परीक्षा केंद्र भी बनाया जाता है ऐसी स्थिति में बेंच डेक्स के अभाव के कारण परीक्षा संचालन में काफी असुविधा होती है. उसके लिए अन्य स्कूलों से मंगवाना पड़ता है जिसके कारण काफी समस्या होती है. इस महाविद्यालय में छात्रावास निर्माण की भी आवश्यकता है.
इसे भी पढ़ें : मनोहरपुर : यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के लिए जन संघर्ष मोर्चा ने की बैठक
साइकिल स्टैंड व कॉमन रूप की आवश्यकता है कॉलेज में
इस कॉलेज में साइकिल स्टैंड, कॉमन रूम की आवश्यकता है. इस सभी समस्याओं को देखते हुए उपायुक्त से मांग किया कि डीएमएफटी फंड से इस महाविद्यालय के आधारभूत संरचना को पूरा करने के लिए कार्य कराया जाए. अगर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है तो धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे. क्योंकि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, वर्तमान सांसद गीता कोड़ा से इस समस्या से अवगत कराया गया था इसके अलावे यहां के टाटा स्टील कंपनी नोआमुंडी को भी आवेदन दिया गया था इसके बावजूद इस पर किसी तरह का पहल नहीं किया गया.