Jamshedpur : बोड़ाम थाना क्षेत्र के बोटा में अपने चचेरा भाई लेदरा टुडू की हत्या करके जीतु टुडू अपने ससुराल में जाकर छिपा हुआ था. इसके अलावा भी वह इधर-उधर घुमकर अपना समय काट रहा था. मंगलवार की रात जैसे ही वह अपने ससुराल गागीबुरू पहुंचा कि पुलिस के गुप्तचरों ने इसकी जानकारी दे दी. इसके बाद पुलिस ने उसके आवास को घेर लिया और छापेमारी करके गिरफ्तार कर लिया है. उसके बाद से पुलिस ने घटना में उपयोग किये गये बाइक को भी बरामद कर लिया .
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एक साल से रास्ते से हटाने के फिराक में था जीतु
जीतु टुडू ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह अपने चचेरा भाई लेदरा टुडू को पिछले एक साल से रास्ते से हटाने के फिराक में था. उसने पुलिस को बताया कि पुश्तैनी जमीन का बटवारा ठीक से नहीं हुआ था. इस कारण से दोनों के बीच मतभेद था. उसने बताया कि लेदरा ने लोका टुडू की जमीन पर जबरन अपना मकान बनाकर रह रहा था.
मकान खाली करने से कर रहा था आना-कानी
घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि जीतु ने लेदरा से कहा था कि उसने लोका टुडू की जमीन पर अपना मकान बनाया है. इसके बाद मकान को खाली करने के लिये कहा था. वह मकान खाली करने से भी आना-कानी कर रहा था. एक साल से यह सिलसिला चल रहा था. इसी विवाद में उसने लेदरा की सिर को धड़ से अलग कर दिया और बाइक से फरार हो गया. घटना के दिन पुलिस ने घटनास्थल से चापड़ भी बरामद किया था.
यह था मामला
घटना को 26 मार्च को अंजाम दिया गया था. घटना के दिन लेदरा टुडू राजसमिस्त्री का काम करके जमशेदपुर से लौटा था. उसके बाद जीतु के साथ उसने बोड़ाम चौक के ही एक होटल में जलपान किया था. जलपान करने के बाद लेदरा अपने घर नहीं लौटा. दूसरे दिन पड़ोस के लोगों ने बताया कि लेदरा की सिरकटी लाश डिमना लेक में पड़ा हुआ है. इसेक बाद पुलिस ने शव को बरामद करके पोस्टमार्टम के लिये एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा था. छापेमारी टीम में बोड़ाम थाना प्रभारी शंकर लकड़ा, एसआई दिलीप सोय माझी, गोपाल कुमार, हवलदार योगेश मुर्मू, आरक्षी नरेंदर् सवैंया शामिल थे.
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