Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : साहित्य अकादेमी व एलबीएसएम कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को कविता उत्सव का आयोजन कॉलेज के सभागार में किया गया. इसमें 18 भाषाओं के कवियों ने कविता पाठ किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर गंगाधर पांडा, विशिष्ट अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव जयंत शेखर उपस्थित थे. डॉक्टर गंगाधर पांडा ने कहा कि संसार में मनुष्य के रूप में जन्म लेना दुर्लभ है और मनुष्य जन्म लेकर कवि होना और भी दुर्लभ है. शास्त्रों में कहा गया है कि जो साहित्य, कला और संगीत को प्यार नहीं करता वह पशु के समान होता है. कविता का करुणा से गहरा संबंध है.
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प्रख्यात कथाकार जयनंदन हुए सम्मानित
वहीं कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव जयंत शेखर ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद झारखंड में साहित्य अकादमी का आयोजन होना अपने आप में अत्यंत महत्वपूर्ण है. आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत इस आयोजन का होना भी काफी अर्थपूर्ण है. इसके पूर्व साहित्य अकादेमी के क्षेत्रीय सचिव देवेंद्र कुमार ‘देवेश’ ने स्वागत वक्तव्य में कहा कि किसी भी रचनाकार का सबसे बड़ा सम्मान यही है कि उसकी अभिव्यक्ति को सुना जाए. इस आयोजन का उद्देश्य साहित्य को नई पीढी तक ले जाना है. इससे पूर्व अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस अवसर पर जमशेदपुर के प्रख्यात कथाकार जयनंदन को भी सम्मानित किया गया.
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कई लोगों ने कविता पाठ किया
इस कविता उत्सव कार्यक्रम में संताली के साहित्यकार मदन मोहन सोरेन की अध्यक्षता में असमिया के उत्तम कुमार बरदलै, बांग्ला के कमल चक्रवर्ती, बोड़ो की रश्मि चौधुरी, अंग्रेजी की बसुधारा राय, मैथिली के शिव कुमार टिल्लू, मणिपुरी के एम.ए. हाशिम, नेपाली के राजा पुनियानी, ओडिआ के सौभाग्यवंत राणा, हो के डोबरो बुडीउली ने अपनी कविताओं का पाठ किया. कार्यक्रम का संचालन प्रो. विनय कुमार गुप्ता और डॉ. संचिता भुईसेन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मौषमी पॉल ने किया.