Jamshedpur (Sunil Pandey) : प्रयास कभी बेकार नहीं जाता है. कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती. यह साबित कर दिखाया है मानगो चंद्रावती नगर की रहने वाली प्रीति कुमारी ने. बीपीएससी (बिहार पब्लिक सर्विस कमिशन) में लगातार प्रयास के कारण अंततः प्रीति का चयन हो गया. 66वीं बीपीएससी में प्रीति कुमारी ने 314 वां रैंक हासिल किया. उनका सप्लाई इंसपेक्टर पद पर अंतिम रूप से चयन किया गया.
इसे भी पढ़ें: मॉनसून सत्र: सदन में सरकार ने कहा – 41.44 % भूमि सिंचित, प्रदीप यादव ने दावे को बताया कागजी
चौथे प्रयास में मिली सफलता
अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं परिजनों को देते हुए प्रीति कुमारी ने बताया कि उनका सपना प्रशासनिक पदाधिकारी बनने का था. पहली बार में परीक्षा के तौर तरीकों का अनुभव हुआ. जिसके बाद उन्होंने तन्मयता से तैयारी शुरू की. दूसरे एवं तीसरे प्रयास में प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा में उतीर्ण हुईं, लेकिन अंतिम रूप से चयन नहीं हो पाया. प्रीति कुमारी ने बताया कि कोशिश करने वाली की कभी हार नहीं होती है. वह निरंतर प्रयास करती रहीं. चौथे प्रयास में उन्हें सफलता मिली.
नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल से हुई है प्रारंभिक शिक्षा
प्रीति कुमारी तीन भाई बहनों में दूसरे नंबर पर हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा पोखारी स्थित नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल से हुई. उच्च शिक्षा (स्नातक) उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया. उसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गई. प्रीति कुमारी की छोटी बहन क्रीति कुमारी महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित रूरल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर इंटर्नशिप कर रही है. बड़े भाई अमित कुमार जमशेदपुर में ही दवा सप्लाई का काम करते हैं. प्रीति के पिता धनंजय सिंह झारखंड पुलिस में एएसआई हैं, माता दयंति देवी गृहिणी हैं.
इसे भी पढ़ें:BREAKING : ECI में हेमंत सोरेन के मामले की सुनवाई 8 अगस्त को, बसंत की सुनवाई 12 को