Jamshedpur (Sunil Pandey) : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने मानगो में प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर आनन फानन में बने डिजाइन, डीपीआर एवं ट्रैफिक सर्वे रिपोर्ट पर नराजगी जाहिर की. इसे जनहित एवं सरकार पर वित्तीय बोझ बताते हुए उन्होंने पथ निर्माण विभाग के सचिव को पत्र भेजकर इस परियोजना को मंजूरी देने से पहले एक बार बैठक करके पुनर्विचार का आग्रह किया. उन्होंने झारखंड के पथ निर्माण विभाग के सचिव को भेजे गए पत्र में कहा कि 400 करोड़ के खर्च पर बनने वाले मानगो-साकची फ्लाइओवर की डिज़ाइन, डीपीआर, संभाव्यता प्रतिवेदन, विस्तृत प्राक्कलन और ट्रैफ़िक सर्वे की रिपोर्ट उपलब्ध कराने अथवा इस संदर्भ में विभागीय अभियंताओं के साथ एक बैठक आयोजित कराने का सुझाव दिया है. विधायक ने पथ निर्माण विभाग के सचिव को बताया कि इस परियोजना की तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृति हो गई है. मगर इसमें कई खामियां है. इस परियोजना की तकनीकी स्वीकृति आनन फानन में हुई है और मंत्रिपरिषद से प्रशासनिक स्वीकृति लेने के पीछे भी जनहित की भावना नहीं बल्कि राजनीतिक हित साधने की सुनियोजित बू आ रही है. उन्होंने मानगो नगर निगम चुनाव के बाद इसपर विचार करने की मांग की.
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कान्दरबेड़ा-सोनारी पथ को फोरलेन बनाने की मांग
सचिव को भेजे पत्र में विधायक ने कहा कि उन्होंने पूर्व में लिट्टी चौक से एनएच-33 तक स्वर्णरेखा पुल और सड़क की योजना पर काम करने की मांग की थी. जो काफी समय से विचाराधीन है. इसके साथ ही गोविंदपुर अन्ना चौक से पिपला फ्लाइओवर पर काम शुरू हुआ था. लेकिन वह बंद हो गया है. अगर उपरोक्त दोनों परियोजनाएं क्रियान्वित हो जायेंगी तो मानगो पर भारी वाहनों का बोझ शून्य के बराबर हो जाएगा. इसके साथ ही कान्दरबेड़ा-सोनारी पथ को फोरलेन बना दिया जाय तो मानगो के यातायात पर भारी वाहनों का बोझ पूर्णतः समाप्त हो जाएगा. पारडीह से बालीगुमा तक एनएच-33 पर प्रस्तावित उपरि पथ का योगदान भी इसमें होगा. इन परियोजनाओं के आलोक में मानगो की यातायात समस्या के स्थायी निदान के लिए इसपर विचार किया जाना जरूरी है.
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