Jamshedpur: कोल्हान स्टोन क्रशर एंड माइंस एसोसिएशन की बुधवार को हुई बैठक में लीज रिन्यूअल नहीं होने पर आनेवाली परेशानियों पर चर्चा की गई. एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि 31 मार्च 2022 के बाद कोल्हान के 95 प्रतिशत माइंस एवं क्रशर की लीज खत्म हो रही है. जिससे कारोबार ठप हो जाएगा. इससे काफी संख्या में ग्रामीण बेरोजगार हो जाएंगे. काफी संख्या में ट्रकें खड़ी हो जाएंगी. उनके ड्राइवर एवं खलासी बेरोजगार हो जाएंगे. ट्रक मालिक बैंकों का किस्त देने में असमर्थ हो जाएंगे. सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा.
इसे भी पढ़ें: कर्नाटक हिजाब विवाद : पाकिस्तान को भारतीय राजनयिक की नसीहत, खुद का ट्रैक रिकॉर्ड देखे, ओवैसी ने भी लताड़ा
विकास कार्यों पर पड़ेगा असर
केके बिल्डर के विकास सिंह ने बताया कि लीज रिन्यूअल नहीं होने से सरकार के विकास कार्य ठप हो जाएंगें. उन्होंने बताया कि एसोसिएशन की अगली बैठक आगामी 14 फरवरी को होगी. जिसमें सरकार के स्तर पर मामले को ले जाने पर विचार किया जाएगा. इसके लिये एक प्रतिनिधिमंडल रांची जाकर मुख्यमंत्री से मिलेगा तथा अपनी मांगों को रखेगा. मुख्यमंत्री से मांग की जाएगी कि जितनी भी माइंस की लीज 31 मार्च 2022 को खत्म हो रही है उसका अवधि विस्तार अगले 10 साल के लिये किया जाय.
चित्तो दास बने एसोसिएशन की कोल्हान कमेटी के अध्यक्ष
बैठक में कोल्हान स्टोन क्रशर एंड माइंस एसोसिएशन के नए अध्यक्ष का चुनाव किया गया. जिसमें सर्वसम्मति से चित्ररंजन दास उर्फ चित्तो दास को अध्यक्ष चुना गया. मौके पर अतिथि के रूप में किरन कंस्ट्रक्सन के मिन्टु सिंह एवं शिवा मिनरल्स के उज्ज्वल सिंह मौजूद थे. इनके अलावे एम.के. मेटल के तैयब खान, अनिल श्रीवास्तव, अरविन्द ओझा, श्रीकांत मेहता, शाही आदिल, विद्याधर साहू, मनेाज सिंह देव, सोमेन मंडल, पिन्टु गुप्ता, दुर्योधन गोप, प्रदीप अग्रवाल, राजेश कुमार, मोहम्मद कादिर, रशिद खान, नथानी के अलावा काफी संख्या में अन्य लीज ऑनर उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें:झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ मस्ती करता हत्यारोपी, पुलिस की आंखें बंद