Ranchi : करमा का त्योहार सादगी से मनाया जायेगा. पिछले साल की तरह इस साल भी करमा पर्व गांव घर तक ही सीमित रहेगा. यह निर्णय केंद्रीय सरना समिति और अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की बैठक में लिया गया. बैठक आरआईटी बिल्डिंग में हुई, जिसकी अध्यक्षता फूलचंद तिर्की ने की. इस दौरान तिर्की ने कहा कि करम पूजा में कोविड दिशा-निर्देशों का पालन किया जायेगा. लोग गांव घर में ही त्योहार मनायेंगे. समय आदि की जानकारी देते हुए तिर्की ने कहा कि रात आठ बजे सभी गांवों और अखड़ों में पूजा होगी. 18 सितंबर को व्रत तोड़ा जायेगा और 19 सितंबर को विधि-विधान से करमा विसर्जन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि करमा प्रकृति का त्योहार है. ऐसे में संस्कृति को जीवित रखने के लिए पर्व मनाना जरूरी है, नहीं तो संस्कृति नष्ट हो जायेगी.
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हर्षोल्लास से मनाया जायेगा त्योहार
वहीं, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा ने कहा कि इस साल भी कोविड नियमों का पालन किया जायेगा, लेकिन उत्साह के साथ त्योहार मनाया जायेगा. उन्होंने सरकार से मांग की कि करम पर्व के लिए दिशा निर्देश जारी करें. केंद्रीय सरना समिति के महासचिव संजय तिर्की ने कहा कि करम त्यौहार प्राकृतिक पूजक आदिवासी तीन दिन मनायेंगे. उन्होंने सरकार से मांग की कि सभी अखड़ों की सफाई करायें. करम पर्व के दिन राजकीय अवकाश घोषित करें. प्रत्येक थाना में शांति समिति की बैठक करें. पूजा के दिन पूर्णत: शराबबंदी कराएं. इस दौरान संरक्षक भुनेश्वर लोहरा भगत उरांव, ललित कच्छप, प्रशांत टोप्पो, प्रमोद एक्का, विनय उरांव, बुन्ना बाखला कृष्णा समेत अन्य लोग मौजूद रहे.
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