Kharsawan : राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय जमशेदपुर के तत्वावधान में खरसावां प्रखंड के अन्तगर्त संडे बुरु गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय में महिला सशक्तीकरण पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण 27 और 28 अगस्त को दिया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राजकिशोर गोप ने किया. उन्होंने कहा कि शिक्षित एवं सशक्त महिला ही विकासशील समाज की आधारस्तम्भ होती हैं. आज समाज में महिलाओं को शिक्षित एवं जागरूक कर उन्हें सशक्त करना समय की आवश्यकता है. महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक शक्ति में वृद्धि कर ही हम एक खुशहाल समाज और विकसित देश की कल्पना कर सकते हैं.
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उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता की कमी के कारण महिलाएं केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित गरीबी उन्मूलन तथा कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं. मुरुप ग्राम पंचायत की पूर्व मुखिया लक्ष्मी सरदार ने थर्ड वेव से बचने हेतु जरूरी सुझाव दिया तथा टीकाकरण अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। मौके पर डॉ जगदीश प्रसाद महतो ने कहा कि कार्यक्रमों से महिलाओं में उत्साहवर्धन होगा और वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आगे आएंगी. झारखंड सरकार के पशुपालन विभाग के तकनीकी पदाधिकारी शैलेश कुमार ने कहा कि इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को समृद्ध बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है. उन्होंने स्वरोजगार से जुड़ने हेतु गाय पालने का सुझाव दिया ताकि उनकी पारिवारिक आय में वृद्धि हो सके. कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक हेमसागर प्रधान ने किया. इस कार्यक्रम में संदेबुरु तथा आमडीहा के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 40 महिलाओं ने भाग लिया. कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को बोर्ड की ओर से 2 दिन का दैनिक भत्ता 500 रुपए उनके बैंक खाते में भेज दिया जाएगा. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रध्यानापक गणेश महतो, ग्राम प्रधान जीत मोहन मुंडारी, सदानन्द सत्पति, देवाशीष ग्वाला, अनिता महतो, विमला महतो, बेबी महतो, विकास प्रमाणिक, इंदु महतो और पिंकी महतो आदि का सराहनीय योगदान रहा.