Kuchai : प्रखंड के सुरसी गांव के गांडुदिरी टोला के ग्रामीण इन दिनों विभागीय लापरवाही के कारण पेयजल संकट से जुझ रहे है. करीब सौ की जनसंख्या वाले गांडुदिरी टोला के लोगों को इन दिनों पीने के पानी से लेकर नहाने के साथ-साथ मवेशियों को भी नहलाने में परेशानी हो रही है. मालूम हो कि गांडुदिरी टोला में दो चापाकलों में लगाये गये सोलर संचालित जल मीनार शोभा की वस्तु बन कर रह गए हैं. गांव के लोगों को इन सोलर संचालित जल मीनारों से पानी नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि गांडुदिरी टोला में लगाये गये दोनों जल मीनार पिछले छह माह से खराब पड़े हुए है. इस कारण गांव के लोगों को पानी के लिये परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जलमीनार के खराब होने की दी गई थी जानकारी, नहीं की गई कोई पहल
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में भी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान जलमीनार के खराब होने की जानकारी देते हुए ठीक करने की मांग की गयी थी. लेकिन अब तक इसे ठीक नहीं किया गया है. गांव के एलवर्ड सिंह मुंडा, मंगल सिंह मुंडा, विरांग मुंडा, बुधन, डोका मुंडा, बुधराम मुंडा, मीनी मुंडा, रईबारी मुंडा आदि ने जल्द से जल्द खराब पड़े सोलर संचालित जल मीनारों को ठीक करने की मांग की है. ताकि गर्मी के लिये पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो.
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जलमीनार के टंकी तक नहीं पहुंच पा रही है पानी
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगाये गये दोनों ही सोलर संचालित जलमीनारों का पंप व सोलर प्लेट खराब हो गया है. इसके कारण जलमीनार के टंकी तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. जल मीनार लगने के छह माह तक दोनों मीनारों से लोगों को पानी मिल रहा था. बाद में एक-एक कर दोनों खराब हो गये. अब गर्मी के इस मौसम में लोगों को पानी के लिये परेशानी उठानी पड़ रहा है. ऐसे में ये दोनों ही जलमीनार बेकार साबित हो रहे है.
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गांडुदिरी के दो में से एक चापाकल खराब
गौरतलब है कि गांडुदिरी टोला में पूर्व में गाड़े गये दो चापाकलों में से एक चापाकल खराब पड़ा हुआ है. दूसरे चापाकल में काफी देर हेंडल चलाने के बाद पानी निकलता है. ऐसे में गांव के लोगों को पानी के लिये हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है. गांव के लोगों को चापाकल से पानी लाना पड़ता है या फिर गांव से दूर बनाये गये चुआ से पानी निकाल कर अपनी प्यास बुझानी पड़ती है.
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