Ranchi: पलामू के दिवंगत दारोगा लालजी यादव की मृत्यु की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी है. रांची के रहने वाले अनुरंजन अशोक ने लालजी यादव की मृत्यु मामले को संदेहास्पद बताते हुए हाईकोर्ट में PIL दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि लालजी यादव की मृत्यु के बाद हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दाखिल करने वाले लालजी यादव के भाई और पलामू एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने वाले उनके परिजनों को लगातार धमकी मिल रही है. साथ ही केस उठाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. याचिका में यह भी कहा गया है कि इस पूरी घटना के पीछे कोयला और खनिज की लूट का विरोध प्रमुख वजह है. प्रार्थी ने राज्य सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर, वीनू ठाकुर (मंत्री के भाई), पलामू एसपी,डीटीओ और एसडीपीओ को पार्टी बनाया है और उक्त सभी की सम्पति की जांच की भी मांग अदालत से की गई है.
इसे भी पढ़ें –लड़की हूं, लड़ सकती हूं… बेटियां भी पिता की संपत्ति की उत्तराधिकारी, सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला
जिनपर आरोप सभी प्रभावशाली व्यक्ति – लालजी के भाई
इससे पहले इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर दिवंगत लालजी यादव के भाई संजीव यादव ने भी हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दायर की है. क्रिमिनल रिट में पलामू के एसपी, डीएसपी वर्तमान थाना प्रभारी डीटीओ और अन्य लोगों को पार्टी बनाया गया है. प्राथी के द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि यह मामला काफी गंभीर है और जिन लोगों पर आरोप लग रहे हैं, वह प्रभावशाली व्यक्ति हैं. ऐसे में पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की संभावना कम है. इसलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने की गुहार हाईकोर्ट से लगाई गई है.
6 जनवरी को एसपी चंदन सिन्हा ने किया था निलंबित
बता दें कि नावा बाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने आत्महत्या कर ली थी. लालजी यादव ने थाना कैंपस में ही आत्महत्या कर ली थी. बताया जा रहा है कि चार दिन पहले लालजी यादव को नावाबाजार थाना प्रभारी पद से निलंबित किया गया था. इधर रांची के बुढ़मू थाने में मालखाना का प्रभार देने गए थे, वहां से वापस लौटने के बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली. लालजी यादव 2012 बैच के दारोगा थे. बताया जा रहा है कि बीते 06 जनवरी को एसपी चंदन सिन्हा ने नावा बाजार थाना प्रभारी लालजी यादव को निलंबित कर दिया था. लालजी यादव पर डीटीओ से अभद्र व्यवहार और वरीय अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन का आरोप था. एसपी को लगातार शिकायतें मिल रही थी. जिसके बाद एसपी ने लालजी यादव को निलंबित कर दिया था.
इसे भी पढ़ें –छह माह बाद झारखंड पुलिस औपचारिक तौर पर नक्सली महाराज प्रमाणिक को सरेंडर करायेगी