NewDelhi : देश की सेना और सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है. कांग्रेस ने यह आरोप लगाते हुए रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की कथित व्हाट्सएप बातचीत के मामले में जांच की मांग की है.
इस संबंध में कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सेना और सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है, वह इस मुद्दे को संसद के आगामी सत्र में उठायेगी.
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एके एंटनी, शिंदे, गुलाम नबी आजाद और खुर्शीद हुए सरकार पर हमलावर
बता दें कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, सुशील कुमार शिंदे, गुलाम नबी आजाद और सलमान खुर्शीद इस विषय पर सरकार पर हमलावर हुए. कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे अभियान की जानकारी सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे कुछ लोगों को होती है और ऐसे में इसका पता लगना चाहिए कि यह संवेदनशील जानकारी कैसे लीक हुई.
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यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है
पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी ने संवाददाताओं से कहा, ये व्हाट्सएप बातचीत पूरे देश के लिए चिंता का विषय है. हर देशभक्त भारतीय स्तब्ध है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है. यह हमारे सशस्त्र बलों खासकर वायु सेना के जवानों की सुरक्षा से जुड़ा है. कहा कि देश के आम लोगों और राजनीतिक दलों के बीच कई मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय आता है तो फिर पूरा देश एक होता है.
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी और बहुत संवेदनशील जानकारी कुछ ऐसे लोगों के पास थी जिनके पास नहीं होनी चाहिए. शहीद जवानों के बारे में जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया उससे मैं बहुत दुखी हूं. पूर्व रक्षा मंत्री ने सवाल किया, सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे सिर्फ चार-पांच लोगों को इस तरह के अभियान के बारे में पता होता है, ऐसे में बालाकोट एयर स्ट्राइक से कुछ दिनों पहले एक पत्रकार को इस बारे में कैसे पता चला?
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गोपनीय जानकारी लीक करना आपराधिक कृत्य
उन्होंने कहा, ‘गोपनीय जानकारी लीक करना एक आपराधिक कृत्य है. सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है. इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की जांच जरूरी है. पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इस मुद्दे को संसद में उठाने की बात कहा. कहा कि सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत जो करना चाहिए था वो नहीं किया गया. मुझे उम्मीद है कि जांच होगी और जो गुनाह हुआ है उसकी सजा मिलेगी.
पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने व्हाट्सएप बातचीत में न्यायपालिका के संदर्भ में कथित तौर पर उल्लेख होने का हवाला देते हुए कहा, न्यायपालिका न्याय का मंदिर है. इस व्हाट्सएप बातचीत में जो बातें सामने आयी है, वो बहुत दुखद है. गंदी राजनीति से न्यायपालिका को दूर रखा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, इस बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बारे में जो बातें की गयी हैं वो बहुत दुखद हैं. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ”इसकी जांच होनी चाहिए कि अर्नब गोस्वामी को सूचनाएं किसने दीं और अर्नब ने कहां-कहां ये सूचनाएं दीं. उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री मोदी इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें.