Arun Kumar Yadav
Garhwa : घर से बिस्कुट लेने के लिए दुकान गए एक छह साल के मासूम को तेंदुए ने मार डाला. बच्चे का आधा शव और खून से सने कपड़े बरामद किए गए हैं. घटना गढ़वा के भंडरिया थाना क्षेत्र के रोदो गांव की है. घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है. ग्रामीण और वन विभाग के अधिकारी तेंदुए की तलाश कर रहे हैं. बताया जाता है कि रोदो के रहने वाले ब्रहमदेव तुरिया का 6 वर्षीय बेटा विक्रम तुरिया घर से बिस्किट लेने के लिए अकेले दुकान गया था. अचानक से गायब हो गया. काफी देर बाद भी जब बच्चा किसी को नहीं दिखा तो परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू किया, लेकिन बच्चे का कहीं पता नहीं चला. गुरुवार तड़के एक बार फिर परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की. इसी दौरान बच्चे के शरीर का आधा हिस्सा और खून से सने कपड़े घर से करीब 100 फीट दूर एक झाड़ी में दिखाई दिए. बताया जाता है कि तेंदुए ने बच्चे के शरीर के आधे हिस्से को खा लिया था. घटनास्थल पलामू टाइगर रिजर्व एरिया से सटा हुआ है. जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. वहीं, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. ग्रामीण डर से जंगली इलाके और अपने खेतों में नहीं जा रहे हैं.
वन विभाग ने सरकारी सहायता दिलाने का दिया आश्वासन
सूचना मिलने के बाद मौके पर भंडरिया पुलिस सब इंस्पेक्टर रंजीत महतो और सीओ मदन महली घटनास्थल पर पहुंचे. परिजनों से मिल उन्हें ढांढस बंधाया. सूचना मिलते ही वन कर्मी भी अपने दल बल के साथ रोदो गांव पहुंच घटना की जानकारी ली. तत्काल सहायता के रूप में मृतक के पिता को 10,000 नगद राशि प्रदान दी. वन विभाग ने तेंदुए के द्वारा छोटे बच्चे पर हमला कर जान लेने पुष्टि की. वनरक्षी कमलेश कुमार ने कहा कि सरकारी प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत सरकार के द्वारा मिलने वाले सभी लाभ मृतक के परिजनों को दिया जाएगा. वहीं घटना की जानकारी मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन कुमार भारती, जिप सदस्य हिरवंती देवी, प्रखंड प्रमुख रुकमणी देवी, बिजका पंचायत के मुखिया पति महेश्वर सिंह, पंचायत सचिव प्रभु दयाल राम, मृतक के घर रोदो पहुंच मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया तथा 5000 नगद एवं 50 केजी चावल तत्काल सहायता के रूप में प्रदान किया.
गांव के दीप नारायण ने देखा था तेंदुए को
बच्चा गायब होने के 15 मिनट पहले गांव की ही दीप नारायण यादव ने गांव में तेंदुए को देखा था. उसके पहले गांव के ही बैजनाथ यादव के एक भैंस के बच्चे पर तेंदुए के द्वारा हमला किया गया था. चरवाहा के द्वारा हल्ला करने पर तेंदुआ वहां से भाग गया था. तेंदुआ के हमला के बाद से गांव में दहशत का माहौल है. मंगलवार की देर शाम में बिजका गांव निवासी बृजनाथ सिंह के 8 वर्षीय पुत्री सोनम कुमारी व गांव के ही नंदेव सिंह के 8 वर्षीय पुत्री रितिका कुमारी पर भी उक्त तेंदुआ के द्वारा हमला किया गया था. जिसमें दोनों बच्ची घायल हो गई थी. हमला के समय ग्रामीणों के द्वारा हो हल्ला करने पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया था. परिजनों के द्वारा उपचार के लिए दोनों बच्चियों को बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंडरिया में इलाज कराया गया था.
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