Ranchi: विधानसभा के तीसरे दिन भी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चली. दूसरी बार सदन की कार्यवाही 12 बजे शुरू हुई. लेकिन बीजेपी के हंगामे के आगे सदन की कार्यवाही हंगामे की भेट चढ़ गयी. जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल जमीन पर लेट गए. और बीमार होने का ढोंग करने लगे.
मनीष जायसवाल के ऐसे व्यवहार के बाद सदन में स्पीकर को कहना पड़ा कि हम सभी सदन के सम्मानित सदस्य हैं. मर्यादा संभाल कर रहना होगा. अगर मर्यादा नहीं संभाल पाए तो आने वाले समय में हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. इसलिए मैं सभी से आग्रह करता हूं कि गरीमा बचाएं. लेकिन इतने पर भी मनीष जायसवाल जमीन से नहीं उठे. आखिरकार पांच मिनट बाद वो खुद जमीन से उठे और अपनी जगह पर जाकर बैठे.
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आरोपी बख्शे नहीं जाएंगेः सीएम
जमीन से उठने के बाद मनीष जायसवाल अपनी जगह पर आकर हजारीबाग के केरोलीम ब्लास्ट की चर्चा करने लगे. उन्होंने कहा कि नौ फरवरी से लेकर 20 फरवरी तक लगातार.. केरोसिन से ब्लास्ट होते रहे. लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कुछ नहीं किया गया. मनीष जायसवाल ने लोकल प्रशासन पर भी आरोप लगाया. इसके बाद सीएम खुद इस मामले पर जवाब देने के लिए खड़े हुए. लेकिन सीपी सिंह बीच में उठकर खड़े हो गए.
थोड़ा हंगामे के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस हादसे में जिनकी भी मौत हुई है. उन्हें चार लाख रुपए मुआवजे के तौर पर सरकार की तरफ से दिए जा रहे हैं. केरोसिन की जांच के लिए उसे लैब भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आ गयी है. प्रशासन अपना काम कर रहा है. इस कांड के पीछे जो भी होंगे वो बख्शे नहीं जाएंगे.
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बीजेपी विधायकों ने लगाये जय श्री राम के नारे
सीएम हेमंत सोरेन के जवाब के बाद भी बीजेपी विधायक संतुष्ट नहीं हुए. कुछ विधायक उठकर वेल में आ गए. मेज पीटने लगे और जय श्री राम का नारा लगाने लगे. इस बीच नील कंठ सिंह मुंडा ने दो साल से कांके के एक आदिवासी लड़की का शोषण करने की बात कही. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब वो इसकी शिकायत करने थाना जाती है तो उसे धर्म परिवर्तन करने को कहा जाता है.
इस मामले पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया. लेकिन बीजेपी के विधायक नहीं माने और एक बार फिर से उठकर वेल में आ गए. इसी हंगामे के बीच वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने झारखंड का आर्थिक सर्वेक्षण सदन की पटल पर रखा.
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