Patna : बिहार की 13 जेलों में दो गुना से ज्यादा कैदी हैं.इधर कोरोना काल में इसका ग्राफ बढ़ता गया है. यानी बिहार की जेलों में कैदियों की संख्या उनकी क्षमता से कहीं ज्यादा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सूबे के 59 जेलों में जहां 46,669 कैदी रह सकते हैं वहां बीते दिसम्बर तक 66,307 कैदी थे. इनमें 3022 महिला बंदी हैं. यह जेल में कैदियों को रखने की कुल क्षमता से 19,638 ज्यादा है. वहीं साल भर पहले यानी दिसम्बर 2020 में कैदियों की संख्या मात्र 51,154 थी. यानी साल भर में देखा जाए तो कैदियों की संख्या में 15 हजार से अधिक की वृद्धि हुई है. यह वृद्धि कोरोना काल में जारी रही है.
इसे भी पढ़ें-झारखंड नरेगा ऑडिट में खुलासा: मजदूर लापता और मास्टर रोल में सिर्फ ठगी, JCB से हो रहा काम
नवम्बर में सर्वाधिक रही कैदियों की संख्या
वर्ष 2021 के नवंबर में कैदियों की संख्या सर्वाधिक 68,526 रही. नवंबर में शराब से मौत के बाद शुरू हुए विशेष अभियान के कारण अक्टूबर से नवम्बर के बीच कैदियों की संख्या करीब पांच हजार तक बढ़ी थी. हालांकि दिसम्बर में जमानत पर सुनवाई तेज होने और जिलों में विशेष कोर्ट के एक्टिव होने के बाद कैदियों की संख्या में कुछ कमी जरूर दर्ज की गयी. नवम्बर के मुकाबले दिसम्बर में करीब 2200 कैदी कम हुए.