Harare : खबर है कि अफ्रीका स्थित मोजाम्बिक के लुंगा में कथित तौर पर हैजा फैलने के कारण वहां से भाग रहे स्थानीय निवासियों से भरी एक नौका देश के उत्तरी तट के पास डूब गयी. इस दुर्घटना में कम से कम 98 लोगों की मौत हो गयी. स्थानीय मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
नौका में लगभग 130 लोग सवार थे
सरकारी रेडियो मोजाम्बिक ने द्वीप के प्रशासक सिल्वेरियो नौआइतो के हवाले से बताया है कि नौका रविवार को दक्षिण-पूर्वी अफ्रीकी देश के तट से निकटवर्ती मोजाम्बिक द्वीप के लिए रवाना होने के बाद डूब गयी. उसने बताया कि नौका में लगभग 130 लोग सवार थे और कम से कम 11 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
नोतिसियास समाचार पत्र ने नौआइतो के हवाले से बताया कि अधिकतर शवों को रविवार को बरामद कर लिया गया था, लेकिन सोमवार को सात और शव मिले, जिससे मरने वालों की संख्या 91 से बढ़कर 98 हो गयी.
नौआइतो ने रेडियो स्टेशन को बताया कि बचाव अभियान जारी है
नौआइतो ने रेडियो स्टेशन को बताया कि बचाव अभियान जारी है. उन्होंने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि कितने लोग लापता हैं. रेडियो मोजाम्बिक ने बताया कि नामपुला प्रांतीय प्राधिकरण ने एक बयान जारी कर नौका के डूबने का कारण यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए अनुपयुक्त नौका का इस्तेमाल करना और नौका में क्षमता से अधिक लोगों का सवार होना बताया.
हैजा से बचने के लिए लोग भागकर मोजाम्बिक द्वीप जाने की कोशिश कर रहे थे
देश के प्रमुख और सबसे पुराने अखबारों में से एक नोतिसियास ने बताया कि इस नौका का इस्तेमाल आम तौर पर मछलियां पकड़ने के लिए किया जाता था और लुंगा शहर के लोग हैजा से बचने के लिए वहां से भागकर मोजाम्बिक द्वीप जाने की कोशिश कर रहे थे. स्थानीय लोगों का मानना है कि लुंगा में हैजा के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है. समाचार पत्र ने बताया कि वे मोजाम्बिक द्वीप पहुंचना चाहते थे और वे नौवहन के लिए अनुपयुक्त नाव में चढ़ गये,
जिम्बाब्वे और मलावी हाल के महीनों में हैजा के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं
द्वीप पर पहुंचने से पहले ही नाव पलट गयी. मोजाम्बिक और उसके पड़ोसी दक्षिण अफ्रीकी देशों जिम्बाब्वे और मलावी हाल के महीनों में हैजा के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं. मोजाम्बिक के कई स्थानों तक केवल नौकाओं के जरिए ही पहुंचा जा सकता है और इन नौकाओं में अक्सर क्षमता से अधिक लोग सवार रहते हैं. देश में सड़क नेटवर्क खराब है और कुछ क्षेत्रों तक जमीन या हवाई मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता.