- गंगदा पंचायत के गांवों में तीन दिनों से पेयजलापूर्ति बंद
- गर्मी में पानी के लिए लोगों में मचा हाहाकार
Kiriburu (Shailesh Singh) : दोदारी गांव स्थित जलापूर्ति योजना सह डब्लूटीपी से गंगदा पंचायत के गांवों में पिछले तीन दिनों से पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप होने की वजह से इस भीषण गर्मी में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. बीते 7 अप्रैल की दोपहर लगभग एक बजे से इस डब्लूटीपी से पूरे पंचायत के गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप है. पेयजल आपूर्ति ठप होने का मुख्य वजह इस डब्लूटीपी में कार्य करने वाले 4 श्रमिकों का वेतन पिछले तीन महीने से ठेकेदार द्वारा नहीं दिया जाना है. पेयजल आपूर्ति बंद होने के कारण विभिन्न गांव के ग्रामीण नदी-नाला का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. इससे डायरिया व अन्य बीमारियों के फैलने का भी खतरा बढ़ रहा है.
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गंगदा पंचायत के गांवों में पहले से हीं दर्जनों चापाकल खराब है. जिसे ठीक करने हेतु मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल द्वारा एक वर्ष पूर्व हीं विभाग को गांव आधारित खराब चापाकल की सूची के साथ लिखित शिकायत किया गया है. लेकिन आज तक खराब चापाकल को ठीक नहीं किया गया. इस कारण पंचायत के गांवों में पहले से हीं पेयजल की विकट स्थिति है. पानी से त्रस्त दोदारी के कुछ ग्रामीण व महिलाएं डब्लूटीपी में घूसकर पानी भरने को मजबूर है.
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दोदारी स्थित डब्लूटीपी में कार्य करने वाले स्थानीय मजदूर शिवा दास, मुकेश दास, श्याम सोरेन एवं सुशील सिद्धू ने बताया की हमें पिछले 3 माह से कार्य के ठेकेदार द्वारा वेतन नहीं दिया गया है. पैसा के अभाव में हमारे घर की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है. आवश्यक व रोजमर्रा के खाने-पीने के समान भी हम खरीद नहीं पा रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि इस डब्लूटीपी का इंचार्य सह इंजीनियर विकास मार्कर मनोहरपुर में रहता है. विकास मार्कर से जब वेतन हेतु कहा जाता है तो वह कहता है कि जिसे काम करना है वह करे, अन्यथा काम छोड़कर जाये. हम वेतन नहीं देंगे. चक्रधरपुर कार्यालय के विभागीय इई से जब वेतन हेतु शिकायत किये तो उन्होंने कहा कि ठेकेदार से पैसा मांगों, अगर वह नहीं देता है तो काम बंद कर दो. पैसा नहीं मिलने के कारण हम सभी काम बंद कर दिये हैं.
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उल्लेखनीय है कि पेयजल एंव स्वच्छता विभाग द्वारा एमडीएफडी फंड से मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत इस जलमिनार अथवा पेयजल आपूर्ति योजना से गंगदा पंचायत के गंगदा, दुईया, सलाई, घाटकुडी़, टिमरा, राडुवा, मम्मार, हिनुआ, कासिया-पेचा, सोदा, चुर्गी, दोदारी, रोवाम, कुम्बिया अर्थात चौदह गाँव के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल देना था. लेकिन यह दुर्भाग्य की बात के साथ-साथ भारी भ्रष्टाचार की प्रकाष्ठा है कि लगभग 15 करोड़ रूपये से अधिक राशि खर्च करने के बावजूद पंचायत के सभी गांवों में कार्य के संवेदक द्वारा आज तक पानी पहुंचाया नहीं जा सका. जबकि इस डब्लूटीपी का उद्घाटन एक जुलाई 2018 को हीं हुआ था.
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उद्घाटन के समय विभागीय अधिकारी ने कहा था कि गंगदा पंचायत 14 गांवों की कुल आबादी- 6258 को योजना की प्राक्लित राशी- 1437.78 लाख रूपये से लगभग 56 किलोमीटर लंबी पाईप लाईन बिछाकर घर घर नल का कनेक्शन देकर पानी पहुंचाना है. इस योजना का दो जलमिनार जिसमें 1.80 लाख लीटर क्षमता का दोदारी एंव 1.15 लाख लीटर क्षमता का काशिया-पेचा में बना है.
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दोदारी गांव स्थित कोयना नदी में इंटेक वेल बनाकर 20 एचपी का मोटर लगाकर पानी खींच डब्लूटीपी में लाया जाता है. लेकिन आज तक यहाँ से काशिया-पेचा गांव स्थित जलमीनार में पानी नहीं पहुंचाया जा सका. सिर्फ दोदारी गांव स्थित जलमीनार से कुछ गांवों में पानी आपूर्ति किया जा रहा है. अगर मामले की उच्च स्तरीय जाँच हुई तो करोड़ों रुपये का घोटाला उजागर होगा.
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किरीबुरु : इंटक के सचिव दीपक विश्वकर्मा को दी गई विदाई
Kiriburu (Shailesh Singh) : बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन (इंटक, चौबे ग्रुप), मेघाहातुबुरु द्वारा सामुदायिक भवन में इंटक के सचिव सह मेघाहातुबुरु के सेवानिवृत्त सेलकर्मी दीपक विश्वकर्मा का सम्मान समारोह सह युनियन का सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मेघाहातुबुरु के सेलकर्मियों एवं ठेका मजदूरों की विभिन्न समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा किया गया. समस्याओं का समाधान हेतु प्रबंधन से वार्ता करने का निर्णय लिया गया.
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दूसरी तरफ इंट के सचिव दीपक विश्वकर्मा द्वारा मजदूर हित में किये गये कार्यों की प्रशंसा करते हुये उनके कार्यों को ऐतिहासिक बताया गया. सेलकर्मियों ने कहा कि भले हीं दीपक विश्वकर्मा सेवानिवृत्त हुये हैं, लेकिन हम सेलकर्मियों व मजदूरों के दिलों से सेवानिवृत्त नहीं हुये हैं. उनके अनुभवों का लाभ आगे भी इंटक यूनियन उनसे लेती रहेगी. सभी ने दीपक विश्वकर्मा व उनके पूरे परिवार की सुखमय व स्वस्थ जीवन की कामना की. इस दौरान दीपक कुमार राम , मन्टु मुखी, धीरज केरकेट्टा, खुर्शीद मंसूरी, गौरी शंकर कालिन्दी, मुरली आपट, गंगाराम ओडेया, जयपाल हस्सा पुर्ति, मनोरंजन साहु, सुलेमान सांगा, प्रेम चन्द्र तोपनो, सीरिल डोढराय, कनक हस्सा पुर्ति, सबिना चाकी गुड़िया, कुमुद सांगा, सुधा किस्पोट्टा आदि शामिल हुए.
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किरीबुरु : झारखंड मजदूर यूनियन, कोल्हान के उपाध्यक्ष बने राजेन्द्र
Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल, बीएसएल, किरीबुरु लौह अयस्क खदान के सेलकर्मी राजेन्द्र प्रसाद मोहंती को झारखण्ड मजदूर यूनियन, कोल्हान प्रमंडल का उपाध्यक्ष बनाया गया. यूनियन के केन्द्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री दुलाल भुईयां ने उन्हें उपाध्यक्ष नियुक्त करने संबंधित आदेश जारी किया. राजेन्द्र प्रसाद मोहंती को कोल्हान प्रमंडल का उपाध्यक्ष बनाये जाने पर झारखण्ड मजदूर यूनियन, किरीबुरु के अध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह व अन्य ने बधाई दी है.
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राजेन्द्र प्रसाद मोहंती ने कहा कि वास्तव में केन्द्रीय अध्यक्ष ने हमें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. मैं इस पर खरा उतरने का भरपूर प्रयास करुंगा. उन्होंने कहा कि सेल की तमाम खदानों में कार्यरत सेलकर्मियों व ठेका मजदूरों की अनेक समस्याएं है जिसका समाधान हैतु हमारी यूनियन व अन्य मजदूर संगठन वर्षों से लंबी लडा़ई लड़ रही है. समस्याओं का समाधान हेतु सभी के साथ बेहतर तालमेल बनाकर आगे लड़ाई को तेज किया जायेगा.
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