Guwahati : गृह मंत्रालय ने जनगणना को और भी ज्यादा साइंटिफिक बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों को जोड़ने का फैसला किया है. सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगली जनगणना ई-जनगणना होगी, जिसके तहत पूर्ण जनगणना की जा सकेगी. जो कि शत प्रतिशत सही होगी. गुवाहाटी के अमीगांव पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनगणना संचालन निदेशालय (असम) के कार्यालय भवन का उद्घाटन करते हुए देश के विकास की बेहतर योजना के लिए उचित गणना के महत्व पर जोर दिया.
अमीगांव (असम) में जनगणना भवन के उद्घाटन एवं @DGSSB के नवनिर्मित भवनों के ई-लोकार्पण के अवसर पर मेरा संबोधन। https://t.co/LnmR36bXVM
— Amit Shah (@AmitShah) May 9, 2022
25 वर्षों के लिए विकास योजना बनेगी
उन्होंने कहा कि अगली जनगणना ई-मोड में होने के साथ यह 100 प्रतिशत पूर्ण गणना होगी और इसके आधार पर अगले 25 वर्षों के लिए देश की विकास योजना बनाई जाएगी. इस दौरान गृह मंत्री ने कहा कि जन्म के बाद, विवरण जनगणना रजिस्टर में जोड़ा जाएगा और 18 वर्ष की आयु के बाद नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा और मौत के बाद नाम हटा दिया जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इससे नाम/पता बदलने में आसानी होगी, सभी जुड़ेंगे.
जन्म और मृत्यु रजिस्टर को जनगणना से जोड़ा जाएगा
गृह मंत्री के ऐलान के मुताबिक जन्म और मृत्यु रजिस्टर को जनगणना से जोड़ा जाएगा. 2024 तक हर जन्म और मृत्यु का पंजीकरण होगा, यानी देश की जनगणना अपने आप अपडेट हो जाएगी. वहीं उन्होंने आगे कहा कि अगली ई-जनगणना अगले 25 वर्षों की नीतियों को आकार देगी. अमित शाह ने कहा कि सॉफ्टवेयर लॉन्च होने पर मैं और मेरा परिवार सबसे पहले ऑनलाइन सभी विवरण भरेंगे.
नीति निर्माण में जनगणना की महत्वपूर्ण भूमिका
अमित शाह ने कहा कि नीति निर्माण में जनगणना की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. केवल जनगणना ही बता सकती है कि विकास, एससी और एसटी की स्थिति क्या है. इसके अलावा पहाड़ों, शहरों और गांवों में लोगों की जीवनशैली कैसी है.
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