Bermo: अनुमंडल के कथारा दो नंबर कॉलोनी में बुधवार को श्रमिक नेता राजू रविदास की बहन की हत्या कर दी गई थी. घटना से गुस्साए लोग हत्यारोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े हुए थे. स्थानीय लोग मांग कर रहे थे कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा. बुधवार की रात को शव को लेकर स्थानीय लोग पहले कथारा मोड़ पर धरने पर बैठ गए थे. पुलिस के समझाने के बाद वे कथारा मोड़ से शव को लेकर वहां से हटे, तो सीसीएल के कथारा अस्पताल में शव लेकर धरने पर बैठ गए. हालांकि पुलिस के आश्वासन पर 15 घंटे बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया. इधर पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है. इसके लिए पुलिस की एक टीम भी गठित की गई है. हालांकि अभी एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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क्या है पूरा मामला ?
श्रमिक नेता राजू रविदास के छोटे भाई रमेश रविदास ने कथारा ओपी पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि, बुधवार की शाम लगभग 5:30 बजे उनके घर के पास उनका बेटा क्रिकेट मैच खेल रहा था. इसी दौरान महलीबांध (पिपरा टोला) निवासी नीतीश यादव उर्फ रुद्रा वहां पहुंचा और क्रिकेट बैट छीन लिया. इस बात को लेकर जब विरोध किया गया तो रुद्रा हल्ला गुल्ला और गाली गलौज करते हुए उन लोगों के कॉलोनी में घुस गया. हालांकि यहां कॉलोनी के लोगों ने रुद्रा को समझा-बुझाकर घर भेज दिया. लेकिन कुछ देर बाद नीतीश यादव उर्फ रुद्रा पिता तालेश्वर यादव रोहित यादव पिता तालेश्वर यादव सुनील यादव पिता गोविंद यादव अर्जुन यादव उर्फ बिलटा पिता लालमोहन यादव (सभी महलीबांध निवासी) और कथारा 4 नंबर निवासी गजेंद्र नायक पिता वीरेंद्र नायक सहित अज्ञात 10 से 15 की संख्या में लोग उनके घर पहुंचे और जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए घर में घुसकर हमला कर दिया. हल्ला गुल्ला सुनकर पड़ोसी उन्हें बचाने पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई. इस हमले में श्रमिक नेता की बड़ी बहन बिंदु देवी, मेरे बड़े भाई राजू रविदास, वह और उसकी पत्नी सुधा रविदास भतीजा सागर रविदास घायल हो गये. सभी को कॉलोनी के लोगों द्वारा इलाज के लिए सीसीएल के कथारा क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया. जहां बिंदु देवी की गंभीर स्थिति को देखकर इलाज के लिए बोकारो के अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही बिंदु देवी की मौत हो गई.
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मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित
बिंदु देवी के इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में निधन हो जाने के बाद कॉलोनी वासी एवं स्थानीय ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए शव को लेकर सड़क पर बैठ गए. हालांकि पुलिस के समझाने के बाद वे वहां से हट गए. लेकिन कथारा अस्पताल में शव को लेकर जमे रहे. बोकारो थर्मल के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी रविंद्र कुमार सिंह गोमिया थाना के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी आशीष खाखा एवं कथारा ओपी प्रभारी बबूआनंद भगत शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर अपने दल बल के साथ मौजूद थे. पुलिस अधिकारियों व मृतक के परिजनों सहित अन्य गणमान्य लोगों के बीच इस मामले को लेकर काफी लंबी बातचीत चली. जहां पुलिस की ओर से सभी को भरोसा दिलाया गया कि 7 दिन के अंदर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इन सभी बातों से आश्वस्त होने के बाद लोगों की भीड़ वहां से हट गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट भेज दिया गया. समाचार लिखे जाने तक एक आरोपी को गिरफ्तारी हो चुकी थी. जबकि कुछ लोगों को थाने में बुलाकर बाकी आरोपियों के पकड़ने के लिए पूछताछ की जा रही थी.
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एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
इस संबंध में बोकारो थर्मल के थाना प्रभारी रविंद्र कुमार सिंह, गोमिया थाना प्रभारी आशीष खाखा और कथारा ओपी प्रभारी बबूआनंद भगत ने कहा कि रमेश रविदास के आवेदन पर पुलिस ने नामजद पांच लोगों सहित 10-15 अज्ञात लोगों पर हत्या-एससी एसटी एक्ट सहित कई धाराओं में मामला दर्ज हुआ है. कथारा गोमिया थाना कांड संख्या 54/21 धारा 147, 148, 149, 452, 323, 324, 307, 302, 504, 506, 354 व एससी एसटी एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान जारी है. इसके लिए पुलिस टीम गठित की गई है. अभी एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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