गिरिडीह, देवघर में प्लांट बनकर तैयार, धनबाद में 10 साल में जमीन तक फाइनल नहीं
रांची में भी 10 साल से पेंडिंग है प्लांट, अगले महीने झिरी में हो सकता है काम शुरू
फुसरो और मधुपुर नगर परिषद ने नगर विकास विभाग को अबतक नहीं भेजा डीपीआर
Satya Sharan Mishra
Ranchi: झारखंड में 10 सालों से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना अधर में लटकी हुई है. 2010 में राज्य के प्रमुख शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की योजना पर काम शुरू हुआ. इसके बाद सभी नगर निकायों में प्लांट लगाने की तैयारी हुई, लेकिन एक दशक में एक भी प्लांट ने काम करना शुरू नहीं किया है. राज्य में अबतक सिर्फ गिरिडीह और देवघर में ही प्लांट तैयार हो पाया है, लेकिन प्लांट ने काम करना शुरू नहीं किया है. राजधानी रांची में यह योजना अबतक धरातल पर नहीं उतर सकी. वहीं धनबाद में अबतक प्लांट के लिए चिन्हित भूमि हस्तांतरित नहीं हो सकी है. जबकि जामताड़ा और सरायकेला में ग्रामीणों के विरोध के कारण प्लांट निर्माण का काम बंद है. फुसरो और मधुपुर नगर परिषद का तो अबतक डीपीआर भी अप्रूव नहीं हो सका है.
इसे भी पढ़ें – देश का विदेशी मुद्रा भंडार 608 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, एफसीए और गोल्ड रिजर्व भी बढ़ा
गेल इंडिया के साथ रांची नगर निगम बनायेगा प्लांट
रांची में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना पर 2010 में काम शुरू हुआ था, लेकिन 10 साल में यह योजना जमीन पर नहीं उतरी. रांची नगर निगम के डंपिंग यार्ड झिरी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनना प्रस्तावित है. रांची नगर निगम गेल इंडिया के साथ मिलकर इस प्लांट को शुरू करेगा. उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले महीने प्लांट निर्माण का काम शुरू होगा.
गिरिडीह, देवघर में प्लांट तैयार, लेकिन एसएलएफ अधूरा
गिरिडीह नगर निगम का प्लांट बनकर तैयार है, लेकिन एसएलएफ का निर्माण बंद है. जिसके वजह से प्लांट काम नहीं कर रहा है. नगर विकास विभाग ने एक सप्ताह के अंदर एसएलएफ का निर्माण तीन महीने के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है. वहीं देवघर नगर निगम का भी प्लांट तैयार है, लेकिन एसएलएफ का निर्माण पूरा नहीं हुआ है. विभाग ने नगर निगम को 31 अगस्त तक काम को पूरा करने का निर्देश दिया है.
इसे भी पढ़ें –लूट, हत्या हो या नक्सल मामले, इस साल बढ़ी घटनाएं, आंकड़ों में जानें अपराधों का हाल
धनबाद नगर निगम को दो सप्ताह में पूरी करनी होगी जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया
धनबाद नगर निगम ने 10 साल बाद सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए जमीन चिन्हित की है, लेकिन अबतक भूमि नगर निगम को हस्तांतरित नहीं हो सका है. नगर विकास विभाग ने धनबाद नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि दो सप्ताह के अंदर हर हाल में भूमि का हस्तांतरण करवा कर प्लांट निर्माण का काम शुरू किया जाए.
गोड्डा, पाकुड़ और चिरकुंडा में प्लांट का निर्माण कार्य बंद
गोड्डा नगर निगम में प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में है, लेकिन फिलहाल निर्माण कार्य बंद है. विभाग ने 15 जुलाई तक प्लांट का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया है. वहीं पाकुड़ नगर परिषद की ओर से बनाये जा रहे प्लांट का भी निर्माण कार्य बंद है. विभाग ने 31 दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा करने का आदेश दिया है. चिरकुंडा नगर पंचायत की ओर से बनाये जा रहे प्लांट का निर्माण भी बंद है. कार्यपालक पदाधिकारी को 31 अक्टूबर तक प्लांट निर्माण का काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
इसे भी पढ़ें –रूपा तिर्की मौत मामला : परिजनों ने राज्यपाल से की मुलाकात, कहा- अनुसंधान कार्य में बरती गई लापरवाही
जामताड़ा, सरायकेला में ग्रामीणों के विरोध के बाद से बंद है काम
जामताड़ा नगर पंचायत में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का काम स्थानीय लोगों के विरोध के बाद रोक दिया गया था. अबतक काम शुरू नहीं हो सका है. सरायकेला नगर पंचायत में भी प्लांट का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के बाद से काम बंद है.
मिहिजाम, गढ़वा में प्लांट की चाहरदीवारी तक नहीं बन सकी
मिहिजाम नगर पंचायत में प्लांट के लिए आवंटित भूमि पर अबतक चाहरदीवारी निर्माण का काम भी नहीं हो पाया है. गढ़वा नगर परिषद के प्लांट की आवंटित भूमि पर चाहरदीवारी निर्माण का काम महीनों से बंद पड़ा है.
इसे भी पढ़ें –विजय माल्या की तीन कंपनियों के शेयर बेचकर एसबीआई वसूलेगा 6200 करोड़
साहेबगंज में शुरू ही नहीं हुआ प्लांट निर्माण का काम
साहेबगंज में प्लांट निर्माण के लिए जमीन और अन्य सुविधाएं मुहैया होने के बाद भी अबतक प्लांट निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ है. 20 जून तक काम शुरू करने का निर्देश नगर विकास विभाग ने दिया है. चिरकुंडा नगर पंचायत द्वारा बनाये जा रहे प्लांट का निर्माण भी बंद है. वहीं लातेहार में सीटीई के अभाव में प्लांट का काम अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है.
गोड्डा, झुमरी तिलैया, चाकुलिया में अंतिम चरण में निर्माण कार्य
गोड्डा नगर परिषद के प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में है, लेकिन फिलहाल वहां निर्माण कार्य बंद पड़ा है. विभाग ने 15 जुलाई तक निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है. झुमरी तिलैया में भी प्लांट निर्माण का काम चल रहा है. सितंबर तक काम कंप्लीट करने का निर्देश विभाग ने दिया है. खूंटी में भी प्लांट का काम चल रहा है. 31 अक्टूबर तक निर्माण पूरा करने की डेडलाइन दी गई है. चाकुलिया नगर पंचायत में प्लांट को भी 30 सितंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है. बुंडू नगर पंचायत में प्लांट निर्माण का काम अंतिम चरण में है. 30 जून तक प्लांट निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
इसे भी पढ़ें –बिजली की खपत में आयी कमी, नौ सौ से एक हजार मेगावाट की हो रही मांग
चास नगर निगम का डीपीआर अबतक पेंडिंग
चाईबासा नगर परिषद के प्लांट के लिए अबतक भूमि हस्तांतरित नहीं हुई है. चतरा नगर परिषद के प्लांट के लिए जमीन मिल चुकी है, लेकिन अबतक निर्माण शुरू नहीं हुआ है. वहीं चास नगर निगम ने डीपीआर तैयार कर विभाग को भेजा है. सूडा के पदाधिकारियों के इंस्पेक्शन के बाद वहां काम शुरू होगा. जबकि फुसरो और मधुपुर नगर परिषद ने अबतक विभाग को प्लांट के लिए डीपीआर भी नहीं भेजा है.
इसे भी पढ़ें –ममता बनर्जी का कलकत्ता हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को पत्र, जज भाजपाई रहे हैं, केस दूसरी पीठ में भेजने की गुहार